ठेकेदार की हत्या में सिपाही समेत 8 नामजद
प्रयागराज: गंगानगर के झूंसी में शनिवार को सुबह ठेकेदार की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने लखनऊ में तैनात सिपाही समेत चार नामजद और चार-पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। बताया जाता है कि ठेकेदार और आरोपियों के बीच चार पांच करोड़ की बेशकीमती जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। घटना को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
मुख्य आरोपी छह महीने पहले जेल से छूटा है, जबकि उसका भाई जेल में ही है। लखनऊ में तैनात सिपाही समेत चार नामजद और चार-पांच अज्ञात के खिलाफ एफआईआर लिखाई गई है। घटना के दूसरे दिन भी आरोपियों का सुराग नहीं लगा है। हत्यारोपी की बाइक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। इस घटना को लेकर इलाके में काफी आक्रोश है।
बता दें कि झूंसी थाना क्षेत्र के गांव नैका-महीन निवासी सत्यपाल भारतीया बालू-ईंट की सप्लाई करते थे। उनके दो बेटे 16 वर्षीय हिमांशु और 14 वर्षीय प्रियांशु हैं। बता दें कि रोज की तरह वह शनिवार सुबह करीब सात बजे बाइक से गंगा स्नान के लिए छतनाग घाट जा रहे थे। अभी वह छतनाग गांव में एचआरआई के पास दीनानाथ यादव की चाय की दुकान के पास पहुंचे थे कि पीछे से बाइक सवार शिवकुमार उर्फ ननका पहुंचा और बाइक में टक्कर मारकर सत्यपाल को गिरा दिया। फिर, तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली सत्यपाल को छू कर निकल गई। वह भाग पाते कि दूसरी गोली उनके माथे पर लगी और मौके पर ही मौत हो गई। इस बीच, हत्यारोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन हड़बड़ी में गिर पड़ने पर बाइक छोड़कर भाग निकला। उधर से गुजर रहे सत्यपाल के भतीजे मंजीत ने घटना की परिजनों व पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर रोते-बिलखते पत्नी दीपमाला पहुंचीं। उन्होंने शिव कुमार, नीरज कुमार निवासी मम्फोर्डगंज और राजकुमार उर्फ हकड़ू निवासी नैका के खिलाफ हत्या और हत्या की साजिश रचने की रिपोर्ट लिखाई है। आरोपी सिपाही नीरज कुमार लखनऊ में तैनात है। फोरेंसिक टीम को मौके से खोखा मिला है।
एसओ उपेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक सत्यपाल और शिवकुमार पट्टीदार हैं। दोनों परिवारों के बीच झूंसी के उस्तापुर-महमूदाबाद गांव में तकरीबन चार करोड़ रुपये की बेशकीमती जमीन काे लेकर विवाद चल रहा है। इसी को लेकर हत्या की गई है। सभी आरोपी फरार हैं। कई टीमें दबिश दे रही हैं।
शिवकुमार तीन भाइयों में सबसे छोटा है। उसकी अभी शादी नहीं हुई। उसे उतरांव पुलिस ने तमंचा रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह छह महीने पहले ही जेल से छूटा है। उसके एक भाई की कुछ साल पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है, जबकि दूसरा दुष्कर्म के आरोप में जेल में है। हत्यारोपी शिवकुमार घर से सत्यपाल के पीछे लग गया था। इसकी पुष्टि छतनाग रोड पर जगह-जगह लगे सीसीटीवी के फुटेज से हुई है।
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