दूसरे ही दिन रावण जन्म की लीला का भी मंचन हुआ
रामलीला में रावण जन्म की लीला के साथ प्रभु राम अवतार की भविष्यवाणी से हलचल
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के भरवारी कस्बे के पुरानी बाजार की ऐतिहासिक रामलीला सोमवार से आरम्भ हो गयी है। कस्बे में रामलीला के दूसरे दिन ग्रेजुएट रामलीला मंडली गढ़वा कौशाम्बी द्वारा प्रभु राम के जन्म की भविष्यवाणी से जहां लोगों मे हलचल रही ,वहीं दूसरे ही दिन रावण जन्म की लीला का भी मंचन हुआ रावण ने जन्म के बाद तपस्या कर ब्रह्मा जी से वर मांगा कि वानर और मनुष्य को छोड़ मेरी मौत किसी के हाथ न हो। इसी वरदान के चलते उसने स्वर्ग के देवताओ पर अत्याचार शुरू कर दिया।दूसरी तरफ कुम्भकरण छह माह सोने तथा एक दिन जागने का वरदान मांगता है, जबकि विभीषण भगवान के चरणों मे अनुराग का वर मांगता है।
ब्रह्मा जी ने लंकिनी को चेताया कि राक्षसों का यह राजा बहुत दिनों तक साम्राज्य फैलाएगा लेकिन जिस दिन कोई वानर आकर घुसेगा और राक्षसों को मारेगा समझ लेना कि राक्षसों के संहार के दिन शुरू हो गये।पृथ्वी पर रावण के अत्याचार बढ़ते ही जा रहे थे। रावण डुगडुगी बजाकर देवताओ पर हमला बोल देता है। इसके साथ ही रावण पुराण वांचने पर देवताओ को आग के हवाले करने की धमकी भी देता है। रावण के अत्याचारों से आजिज आकर देवता बैकुंठवास कर रहे भगवान विष्णु के पास जाकर प्राण रक्षा की गुहार लगाते है। इस बीच भविष्यवाणी होती है कि तुम लोग डरो मत हम तुम्हारे लिए मनुष्य का तन धारण करेंगे अपने अंश समेत सूर्य वंश में अवतार लेकर पापी से मुक्ति दिलाएंगे रामलीला का सजीव मंचन देख लोग भाव विभोर हो गये।
रामलीला के मंचन के दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जीतू केसरवानी, संतोष सोनी, महामंत्री उपान्शू केसरवानी व अमित कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष सुधीर केसरवानी, पंकज केसरवानी, सभासद शंकर लाल केसरवानी सहित सैकड़ों गणमान्य लोग मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें आपसी मारपीट मे एक घायल गंभीर स्थिति मे 108 से जिला अस्पताल रेफर