झांसी में दो माह पहले पुलिस की कस्टडी से भागे आरोपी गयाप्रसाद अहिरवार उर्फ गुड्डा को जीआरपी ने सोमवार को स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है उस पर 25 हजार रुपए का भी इनाम था। पुलिस टीम लगातार उसकी तलाश में जुटी थी। आज वह चोरी करने के इरादे को लेकर स्टेशन पर आया था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने तुरंत जाकर मौके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी गयाप्रसाद अहिरवार पुत्र कल्लू मध्य प्रदेश के सागर जिले के अंतर्गत रहली नामक गांव का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार 19 सितंबर को वह दो साथियों के साथ रेलवे कार्ट के बाहर खड़ी पुलिस की वैन से भाग गया था। दो आरोपियों को जीआरपी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी।
जीआरपी डीएसपी नईम खान मंसूरी ने बताया कि पुलिस कस्टडी से भागने के बाद आरोपी गयाप्रसाद मध्य प्रदेश के जबलपुर नामक स्थान पर पहुंच गया था। वहां पर एक होटल में वेटर के रूप में काम कर रहा था। जिसकी फलस्वरूप उसे प्रतिदिन 200 से 250 रुपए ही मिलते थे। लेकिन इतने कम पैसे में उसका खर्चा पूरा नहीं हाे रहा था। तब उसने फिर से चोरी करने का प्लान बनाया और झांसी आ गया। आज चोरी करने के इरादे से स्टेशन के पास घूम रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ चोरी के दो केस पहले भी दर्ज हैं।
19 सितंबर को रेलवे कोर्ट में 11 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में 7 बंदियों को पेशी के बाद वापस ले जा रही थी। इसी दौरान पुलिस बंदी वाहन का दरवाजा खोलकर शिवपुरी के करेरा के रहने वाले विजेंद्र उर्फ हजरत (27), सागर के रहने वाले ग्याप्रसाद उर्फ गुड्डा (23) और ग्वालियर के रेशममिल के रहने वाले शैलेंद्र उर्फ टोपा (20) फरार हो गए थे।
घटना के 6 दिन बाद पुलिस ने शैलेंद्र को गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया था। इसके बाद पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे प्रयागराज द्वारा विजेंद्र पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसके बाद जीआरपी पुलिस ने पैर में गोली मारकर विजेंद्र को भी पकड़ लिया था। अब आज जीआरपी के द्वारा गयाप्रसाद भी पकड़ा गया।
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