जिले में मनरेगा मजदूरी में घोर अनियमितता फर्जी मजदूरों के खाते में भेजी जा रही मजदूरी
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले के सिराथू विकास खण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कशिया पश्चिम में मनरेगा योजना में खुलेआम लाखों का घोटाला हो रहा है मनरेगा योजना के तहत मजदूरी में फर्जी लोगों का नाम डाल कर सरकार का रुपया लूटा जा रहा है जबकि मनरेगा मजदूरों का अमृत सरोवर तालाब में काम लगाया है लेकिन मौके पर केवल 15 मनरेगा मजदूरों की उपस्थिति रही वही सरकारी अभिलेखों में 29 लोगों के नाम भर कर लगातार रुपया निकाल कर बन्दर बाँट करने में ग्रामविकास अधिकारी लगे है ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों द्वारा मनरेगा मजदूरों के फर्जी नाम भरे गए हैं वही लगातार कई दिनों से फर्जी नाम भर कर कार्य कराए जा रहे हैं मौके पर मौजूद मजदूरों ने अपना अपना नाम बजरंगी, सुरेश, विनोद, रामकली, राजकली, राजकुमारी, लालती देवी, शांति देवी, कल्पना देवी, गोगा देवी, बुधनी, सीमा देवी, रेखा देवी, सन्नो देवी मनरेगा में काम कर रही है महिलाओं ने बताया कि दो लोगों को स्कूल में लगाया गया हैं जो प्राथमिक विद्यालय कशिया पश्चिम में उर्मिला देवी,कौशल्या देवी भी स्कूल में काम करती हुई पायी गयी आखिर जिन मजदूरों के नाम मनरेगा मजदूरी में काम करते हुए दिखाया जा रहा है वह मजदूर कहां गायब हो गए हैं इस बात का जवाब देने को कोई तैयार नहीं है
ग्रामीणों की बातों को सत्य माने तो ग्राम पंचायत के मनरेगा योजना में बड़ी धांधली करके फर्जी नाम भरकर सरकार के बजट को खाली करने में ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लगे हैं। मनरेगा योजना में खुलेआम हेरा फेरी के इस मामले में अधिकारी गंभीर नहीं है जिससे ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरकारी खजाने को लूटते दिख रहे हैं जिससे मजदूरों को रोजगार भी नहीं मिल रहा है यदि प्रकरण की अधिकारियों ने उच्च स्तरीय जांच कराई तो मनरेगा मजदूरी में हेरा फेरी करने वाले लोगों की मुसीबत बढ़ना तय हैं लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है मनरेगा स्तर पर पूरे जिले में ब्लॉक और जिले के जिम्मेदारों की देखरेख में बड़े घोटाले हो रहे हैं पूरे जिले के कार्यों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो मनरेगा डीसी के फर्जी नाम दर्ज करने में संलिप्त उजागर होगी।
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