एक को खड़े होकर करवा रहा कब्जा दूसरे को किया बेदखल, पट्टा की जमीन को दो लोगों के हाथ बेचा दोनों के साथ किया धोखाधड़ी
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र के रामपुर सुहेला का पूरवा रामपुर सुहेला गांव निवासी बानो पत्नी असलम की सास अलीमुन निशा पत्नी अब्दुल हमीद ने 24/ 5/ 1997 को गांव के हैं नथई पुत्र रतन से आराजी संख्या 192 में से पांच बिस्वा जमीन रुपया 21000 में समझ गवाहन खरीदा था जिसका नोटरी विक्रय पत्र भुकतभोगी के पास मौजूद है जिसमें भविष्य में बैनामा न करने की बात कही गई है परंतु उपरोक्त जमीन को अब नथई के वारिस गुलाब पुत्र नथई, बुधराम पुत्र नथई व सुमेरा देवी पत्नी रघुराज ने गांव के ही सलमान अली पुत्र खैराती के हाथ दोबारा बेच दिया है भुक्त भोगी उपरोक्त आराजी पर काफी दिनों से काबिज थी और उस पर झोपड़ी छप्पर डालकर कब्जा भी जमाई थी सलमान अली को सारी बातों का पता होने के बावजूद गुंडंई और दबंगई के बल पर उपरोक्त आराजी पर निर्माण कर रहा है जिसकी सूचना थाने पर दिया गया परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई है भुक्त भोगी ने शुक्रवार के दिन पुलिस अधीक्षक कौशांबी को लिखित तहरीर देकर उपरोक्त विपक्षी गणो के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है और अपने परिवार की जान पर किसी प्रकार की हादसा ना हो सके इसके लिए न्याय की गुहार लगाई है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जब भुक्त भोगी का कब्जा था तो एसडीएम सिराथू के अर्दली उस जमीन पर वृक्ष लग रहा है तब बंजर जमीन थी अब आज उसी जमीन पर जब दूसरा क्रेता सलमान अली कब्जा कर रहा है तो वह बंजर जमीन कहां चली गई इसके मतलब है कि अधिकारियों ने साठ गांठ कर आरोपी को कब्जा करवा रहे है।
आखिर सवाल यह उठता है कि एक व्यक्ति दो दशक पहले स्टेम के माध्यम से बचा जिस पर गवाहन मौजूद है और विक्रेता करता को काबिल भी कर दिया था तो दोबारा दूसरे के हाथ कैसे भेज दिया इसका अर्थ यह है कि विक्रेता ने दोनों त्रेता के साथ धोखाधड़ी किया जबकि विक्रेता गानों के जमीन पत्ता है और पत्ता में से पांच बिस्वा जमीन को भेजा था और 28 साल बाद दूसरे के हाथ चोरी छुप भेज दिया जिससे एक पक्ष को निराश होना पड़ा और दूसरे पक्ष को विक्रेता स्वयं खड़े होकर बनवा रहा है।
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