संवाददाता / रंग बहादुर वर्मा
मंगलवार रात सांगीपुर के अठेहा के पास यात्रियों से भरी प्रतापगढ़ डिपो की रोडवेज बस स्टेयरिंग जाम होने की वजह से बिजली के खंभे से टकरा गई। अनियंत्रित बस बिजली के खंभे से टकराई, लेकिन गनीमत रही कि बस सवार 11 यात्री बाल-बाल बच गए।
सूचना पर स्टेशन मास्टर ने दूसरी बस भेजकर यात्रियों को आगे के लिए रवाना कराया।
प्रतापगढ़ डिपो की रोडवेज बस 0575 मंगलवार सुबह कानपुर गई थी। देर शाम कानपुर से चालक दिनेश कुमार और परिचालक भानू प्रताप बस लेकर प्रतापगढ़ लौट रहे थे। बस में 11 यात्री सवार थे। परिवहन निगम की बस रात करीब पौने दस बजे जैसे ही सांगीपुर के अठेहा के पास पहुंची कि अचानक स्टेयरिंग जाम हो गया।
स्टेयरिंग जाम होने की वजह से चालक दिनेश परेशान हो गया। वह कुछ समझ पाता कि तब तक बस सामने बिजली के खंभे से जाकर टकरा गई। हादसे में यात्री और बस चालक के साथ परिचालक बाल-बाल बच गए। यात्री चीखने-चिल्लाने लगे। परिचालक ने हादसे की सूचना स्टेशन अधीक्षक रत्नाकर को दिया। उन्होंने डिपो से दूसरी रोडवेज बस भेजकर यात्रियों को उनकी मंजिल के लिए रवाना कर दिया।
यात्रियों के मुताबिक प्रतापगढ़ डिपो की अधिकतर बसों का यही हाल है। दो दिनों पहले सगरा के पास प्रतापगढ़ डिपो की बस की स्टेयरिंग फेल हो फेल हो गई थी। इसके पूर्व भी इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं।
रवाना होने से पहले नहीं की गई बस की जांच
रोडवेज बस खराब होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोडवेज चालकों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि बस रवाना होने से पहले जांच तक नहीं की जाती है। बस चालकों के मुताबिक इन बसों के लेकर कानपुर, लखनऊ, दिल्ली और प्रयागराज जाने से इन्कार करने पर चालक के ही खिलाफ फोरमैन एआरएम से शिकायत करने लगते हैं। चालकों को ड्यूटी नहीं दी जाती है। इससे चालक परेशान होकर भी अपनी और सवारियों की जान जोखिम में डालकर बस चलाते हैं।
सांगीपुर अठेहा के पास बस हादसे की शिकार हुई है। स्टेयरिंग जाम हुआ या फिर फेल, इसकी जानकारी नहीं है। बस डिपो आ रही है। यहां जांच की जाएगी। जांच के बाद जो सत्यता सामने आएगी– पीके कटियार, एआरएम।
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