ब्लाक से मनरेगा जॉब कार्ड पर भुगतान के पत्रावली हुई वायरल, बीडीओ बोले-जाँच करके ग्राम प्रधान पर करेगे कार्यवाही
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले में भारतीय जनता पार्टी के नेता व ग्राम प्रधान एदिलपुर ने मनरेगा के जरिये सरकारी धन की बंदरबांट कर ली है इसके दस्तावेज ब्लाक कर्मी की लापरवाही से सोशल मीडिया में वायरल हो गया है आरोप है। कि प्रधान ने अपने 3 भाई व् पिता के नाम जॉब कार्ड बनवाकर मनरेगा की बड़ी रकम का भुगतान व अहरण करा लिया है प्रकरण सामने आने के बाद बीडीओ मंझनपुर ने मामले में जाँच के बाद कार्यवाही की बात कही है।
मंझनपुर ब्लाक क्षेत्र में ग्राम सभा एदिलपुर है जहाँ बतौर ग्राम प्रधान भाजपा नेता रमेश मौर्या निर्वाचित हुए है प्रधान रमेश मौर्या के परिवार का एक दस्तावेज सोशल मीडिया में वायरल है जिसमे उनके पिता रामसिंह, 3 भाई राजेश कुमार, जीतेन्द्र कुमार अवधेश कुमार व् भाई की पत्नी शोभा कुशवाहा के नाम जॉब कार्ड बना है इस जाब कार्ड के आधार पर ब्लाक व् मनरेगा के जरिये हजारो रुपये की मजदूरी का आहरण किया गया है।
प्रधान रमेश मौर्या ने बताया, जॉब कार्ड बनाया गया है परिवार के यदि आर्थिक जरुरत को पूरा करने के लिए मजदूरी व काम करने का आग्रह भाई व पिता ने किया था जिसके लिए नियम के मुताबिक जॉब कार्ड बनाकर रुपये का भुगतान किया गया है शेष सरकारी धन के दुरूपयोग की बात गलत है।
ब्लाक डेवलपमेंट अफसर देवेन्द्र कुमार ओझा ने बताया, वायरल दस्तावेज का मामला उनके संज्ञान में आया है नियमानुसार जाँच कराई जाएगी जाँच के उपरांत आने वाली रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी।
डीसी मनरेगा मनोज कुमार वर्मा ने बताया, मनरेगा योजना रोजगार परक योजना है जिसके तहत ग्रामीण अंचल में रोजगार की मांग करने वाले व्यक्ति को काम दिया जायेगा एदिलपुर गाव में प्रधान द्वारा अपने सगे संबंधियों को मनरेगा के तहत यदि भुगतान किया है। तो इस मामले में जॉब कार्ड के आधार पर यह जाँच का बिंदु है। कि क्या श्रमिक बने लोगो ने काम किया है। अथवा नहीं यदि बिना काम के सरकारी धन का भुगतान हुआ है। तो कार्यवाही के दायरे में लाकर उन पर नियमानुसार कार्यवाही कराई जा सकती है।
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