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गेहूं में खरपतवार नासक दवाइओं का प्रयोग कब करें..

गेहूं की फसल में कुछ खरपतवार बिजाई के समय ही उग जाते हैं, तथा कुछ खरपतवार पहले पानी के बाद उगते हैं। जब आप अपनी गेहूं की फसल में पहला पानी लगाते हो उसके 7 से 8 दिन बाद जब खरपतवार दो से तीन पत्ती के हो जाएं। तब आपको खरपतवार नाशकों का प्रयोग करना चाहिए है। यह अवस्था मुख्य रूप से 35 से 40 दिन पर आती है। ये गेहूं में खरपतवार नाशकों डालने का सही समय होता है।

खरपतवार नाशकों का प्रयोग करते समय सावधानियां

खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करते समय हमें नीचे बताई गई कुछ सावधानियां को अवश्य जान लेना चाहिए। यह सावधानी आपकी फसल को नुक्सान से बचा सकती है।

जब आपकी गेहूं की फसल में खरपतवार दिखे तब ही स्प्रे करें। बिना खरपतवार के दवाई न डालें।

खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल आपकी मिट्टी पर निर्भर करता है। यदि आपकी जमीन हल्की है, तो आप सामान्य से कम मात्रा में खरपतवार नाशक का प्रयोग करें।

खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर लें। 150 से 200 लीटर पानी प्रति एकड़ अवश्य प्रयोग करें।

अगर आपने अगली फसल में मक्का या ज्वार की फसल लगानी है। तो उसमें सल्फोसल्फ्यूरॉन 75% + मेटसल्फ्यूरॉन 5% डब्लूजी (टोटल) दवाई का इस्तेमाल न करें।

खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करने से पहले अपने नजदीकी दुकानदार से सलाह अवश्य लें। क्योंकि उसको पता होता है। कि आपके क्षेत्र में जमीन कैसी है, उसमें कौन सी दवाई अच्छे से काम करती है।

चना या सरसों की फसल अगर साथ वाले खेत में लगाई हुई है, तो गेहूं में 24d- 38% वाले प्रयोग न करें। क्यूंकि ये गैस बनाती है। और यह पास वाले खेतों की फसलों को भी जला सकती है।

  • जब आपकी गेहूं की फसल में खरपतवार दिखे तब ही स्प्रे करें। बिना खरपतवार के दवाई न डालें।
  • खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल आपकी मिट्टी पर निर्भर करता है। यदि आपकी जमीन हल्की है, तो आप सामान्य से कम मात्रा में खरपतवार नाशक का प्रयोग करें।
  • खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करते समय पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर लें। 150 से 200 लीटर पानी प्रति एकड़ अवश्य प्रयोग करें।
  • अगर आपने अगली फसल में मक्का या ज्वार की फसल लगानी है। तो उसमें सल्फोसल्फ्यूरॉन 75% + मेटसल्फ्यूरॉन 5% डब्लूजी (टोटल) दवाई का इस्तेमाल न करें।
  • खरपतवार नाशकों का इस्तेमाल करने से पहले अपने नजदीकी दुकानदार से सलाह अवश्य लें। क्योंकि उसको पता होता है। कि आपके क्षेत्र में जमीन कैसी है, उसमें कौन सी दवाई अच्छे से काम करती है।
  • चना या सरसों की फसल अगर साथ वाले खेत में लगाई हुई है, तो गेहूं में 24d- 38% वाले प्रयोग न करें। क्यूंकि ये गैस बनाती है। और यह पास वाले खेतों की फसलों को भी जला सकती है।

????️ अंकित पाण्डेय 

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7k Network

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