अयोध्या मेँ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हाई अलर्ट
- 10 हजार सीसीटीवी कैमरों की मदद से हर गतिविधि पर रखी जा रही नजर।
- रामनगरी में लगभग 13 हजार पुलिसकर्मियों का कड़ा पहरा
डीजीपी मुख्यालय स्तर से 31 आईपीएस, 44 एएसपी, 140 सीओ, 208 निरीक्षक, 1196 उपनिरीक्षक, पांच हजार मुख्य आरक्षी व आरक्षी के अलावा 26 कंपनी पीएसी, सात कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एटीएस व एसटीएफ की टीम तैनात।
अयोध्या में यलो व रेड जोन में 400 सीसीटीवी कैमरों को इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से जोड़कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से संदिग्धों पर रखी जा रही नजर।
अयोध्या में खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद पूरे प्रदेश में 26 जनवरी तक हाई अलर्ट जारी।
सभी जिलों में चेकिंग बढ़ाए जाने के साथ ही रेलवे ट्रैक की सघन निगरानी के निर्देश।
लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, अंबेडकरनगर, गोंडा व गोरखपुर से अयोध्या जाने वाले मार्गों पर 21 जनवरी की सुबह से पास लगे तथा आवश्यक वस्तुओं के वाहनों को ही प्रवेश मिलेगा। इन मार्गों पर डायवर्जन लागू रहेगा।
डीजीपी मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम व इंटरनेट मीडिया सेल भी हाई अलर्ट पर।
अयोध्या के आसपास के जिलों में पीएसी की कंपनियों को रिजर्व रखा गया।
एनएसजी समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां भी मुस्तैद।
एंटी माइन व एंटी ड्रोन सिस्टम समेत अन्य अत्याधुनिक उपकरणों की मदद कड़ी सुरक्षा तैयार किया गया।
22 जनवरी को इंटेलिजेंस, सुरक्षा मुख्यालय, जीआरपी, एटीएस व एसटीएफ समेत अन्य प्रमुख शाखाओं के वरिष्ठ अधिकारी भी अयोध्या में मुस्तैद रहेंगे।
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