खुल सकती है भ्रष्टाचार की पोल ठेकेदार चिल्ला चिल्ला कर कहते है आफ लाइन के खेल मे हम लोगो का हाथ खाली रहता है एक नया खेल जेम के जरिए खेला जाता है।
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले के नगर पंचायत पूरब पश्चिमशरीरा में भ्रष्टाचार ने तेजी से जड़ जमा ली है। विकास योजनाओं में जमकर धांधली हो रही है। जमीनी हकीकत में विकास योजनाएं दिखाई नहीं पड़ रही है। चेयरमैन के भाई के हाथ क्या कुबेर का खजाना लग गया है जो दिन दूना रात चौगुना बढ़ रहे हैं। चुनाव के एक वर्ष पूरे नही हुए है महल सरीखे घर का निर्माण कार्य में तेजी आ गयी। इसके साथ ही बेशकीमती स्कार्पियो का खरीदना आम लोगो मे चर्चा का विषय बना हुआ है।चर्चा यहां तक है कि नगर मे होने वाले निर्माण का 90 प्रतिशत ठेका भी साहबजादे के हाथ मे है।
अध्यक्ष के भाई पेटी ठेकेदार बन गए हैं मजबूर ठेकेदार केवल जीएसटी से संतोष कर अपना काम नगर पंचायत के जिम्मेदार के हवाले कर देते हैं ठेकेदार चिल्ला-चिल्ला कर कहते हैं आफ लाइन के खेल मे हम लोगो का हाथ खाली रहता है। एक नया खेल जेम के जरिए खेला जाता है जिसमे एकाधिकार किसी एक फर्म का है। नगर मे जो भी कार्य हो रहा है मानक और गुणवत्ता से कोसो दूर रहता है अवर अभियंता नगर पंचायत की तरफ से लूट की छूट है कभी नगर पंचायत मे देखे नही जाते हैं। कमीशनखोरी के चक्कर मे कभी किसी कार्य को गुणवत्ता विहीन का चार्ज लगा कर नही रोका गया। इससे साफ है कि अवर अभियंता की नजर मे नगर पंचायत मे भ्रष्टाचार का राम राज्य है।
इन सभी दृश्य की काली छटा से किसी एक की छटा चमचमा रही है। साइकिल से मोटर साइकिल की रफ्तार बढती हुई बोलेरो और अब दौडती काली स्कार्पियो कहानी कुछ और बया कर रही है। यदि इसकी जांच जिम्मेदारी के साथ की गयी तो आमदनी के श्रोत बता पाना मुश्किल ही नही नमुमकिन है एक बडा भ्रष्टाचार खुलेगा जिसमे कुछ ठेकेदारों की भी पेंच फंस सकता है।
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