जिधर स्वार्थ हुआ उधर घूम गए मतेशचंद सोनकर, दलबदलुओं का कोई ठिकाना नहीं जिधर मौका मिला उधर पासा फेका
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के नेता मतेश चंद्र सोनकर को टिकट न मिलने के कारण समाजवादी पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है। मतेश चंद्र सोनकर टिकट के आश में काफी दिनों से सोशल मीडिया पर बधाई संदेश भेजा करते थे, लेकिन जैसे ही लोकसभा चुनाव में प्रत्यासी की घोषणा हुई और उनका नाम लिस्ट में नहीं था तब से उनके शुर बदल गए और उन्होंने ने अब समाज वादी पार्टी पर सोनकर समाज पर अनदेखी का आरोप लगाकर समाजवादी पार्टी के पद से त्याग दे दिया। पूर्व मंत्री मतेश चंद्र सोनकर ने प्रेस वार्ता कर समाजवादी पार्टी पर सोनकर समाज का सम्मान नही करने का आरोप लगाते हुए पार्टी हाईकमान को अपना इस्तीफा भेजा है।
मतेश चंद्र सोनकर ने बताया कि लोकसभा चुनाव में बसपा ने एक सोनकर को टिकट दिया है, वहीं भाजपा ने 3 सोनकर समाज के लोगों को टिकट दिया है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने एक भी सोनकर समाज के नेता को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया है, जिससे आहत होकर उन्होंने अपना इस्तीफा भेजा है।
जानकारी के लिए बताते चलें कि जब मतेश चंद्र सोनकर बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर विधायक बने थे और मौका देखकर बसपा पार्टी को छोड़कर जिस पार्टी में शामिल हो गए थे आज उसी पार्टी का विरोध कर रहे हैं ऐसा लग रहा है कि यह नेता अवसरवादी है जब स्वयं का विश्वास नहीं कर पाया तो समाज को विस्वास कैसे दिला सकता है लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। कौशांबी की जनता मतेश चंद्र सोनकर के बारे में अच्छी तरह से वाकिफ है चाहे वह सोनकर का समाज हो या फिर अन्य समाज का हो भली – भांति से जान चुकी है कि यह नेता दल बदलू और विश्वास घाती नेता है।
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