कांग्रेस की गढ़ और घर कही जाने वाली अमेठी को राहुल गांधी ने कहा अलविदा
उत्तर प्रदेश रायबरेली लोकसभा सीट रायबरेली की मतदाता कंफ्यूज है कि एक बार माँ सोनिया गांधी बेटे राहुल के लिए साल-2004 में अमेठी छोड़ा आज उसी अमेठी को राहुल लात मारकर माँ की दूसरी सीट रायबरेली से नामांकन भरा एक नामांकन केरल के वायनाड सीट से भरा है। वहाँ चुनाव हो गए। अब दूसरा नामांकन रायबरेली से भरा है। यदि रायबरेली वाले राहुल को जिता भी देते हैं तो क्या भरोसा कि राहुल रायबरेली की सीट पर बना रहे। वायनाड और रायबरेली में से एक सीट छोड़ना होगा। रायबरेली वालों को यकीन है कि राहुल रायबरेली ही छोड़ेंगे। ऐसे में कैसे रायबरेली की जनता राहुल गांधी पर यकीन करें यानि रायबरेली में राहुल चुनाव जीतेंगे तो उप चुनाव होगा ? ये बात रायबरेली की जनता कितना पसन्द करती है यह तो समय ही तय करेगा।
आपको बताते चलें इस बार लोकसभा रायबरेली की जनता कंफ्यूज है कि राहुल गांधी द्वारा अमेठी को अलविदा कहकर उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से अपना नामांकन पत्र भरा रायबरेली की जनता इसलिए कंफ्यूज है की जिसको अपने घर से डर लग रहा है जो कांग्रेस का गढ़ कहा जाता था ऐसे प्रत्याशी को अगर अपना मत देकर विजई बनाया जाएगा तो क्या वह रायबरेली के लिए कुछ करेंगे दोबारा वापस आएंगे या नहीं जनता इसी में कंफ्यूज है।
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