जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय को ओवर रेटिंग की बखूबी जानकारी के बाद रोक लगाने को नही है तैयार
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले में गैस सिलेंडर के रिफिल पर सरकार द्वारा निर्धारित किए गए कीमत से 32 रुपए से 40 रुपए तक अधिक की ओवर रेटिंग खुलेआम हो रही है। पूरे जिले में गैस एजेंसी संचालकों द्वारा उपभोक्ताओं से ओवर रेटिंग कर करोड़ो रुपए की अवैध वसूली किया जा रहा है। ओवररेटिंग के इस मामले की संबंधित अधिकारियों को बखूबी जानकारी होने के बाद भी एजेंसी संचालकों पर कार्यवाही कर उनकी एजेंसी को बर्खास्त करने की कोशिश अधिकारियों ने नहीं की है जिससे एजेंसी संचालकों के ओवर रेटिंग से करोड़ों की वसूली में संबंधित अधिकारियों की हिस्सेदारी से इनकार नहीं किया जा सकता है। गैस एजेंसी संचालकों द्वारा गैस सिलेंडर रिफिल में ओवररेटिंग के चलते सरकार की किरकिरी हो रही है लेकिन इन अधिकारियों को हिस्सेदारी के अलावा कुछ समझ में नहीं आ रहा है जिससे आम जनता के बीच जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।
चायल तहसील क्षेत्र के गुंगवा के बाग स्थित गैस एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा गैस रिफिल करने में खुलेआम 868 के बजाय 890 रुपए की वसूली की जा रही है जिससे 32 रुपए की अवैध वसूली हो रही है जबकि सरकार द्वारा गैस सिलेंडर के रिफिल घर तक पहुंचाने के लिए सिलेंडर की कीमत में शुल्क जोड़ा गया है। उसमें जीएसटी और सीएसटी का टैक्स भी जोड़ा गया है लेकिन उसके बाद एजेंसी संचालक के कर्मचारी ज्यादा वसूली कर रहे हैं और एजेंसी संचालक उन पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं।
आपको बताते चलें अधिक वसूली के चलते उपभोक्ताओं से रोज झिकझिक होती है लेकिन एजेंसी के कर्मचारी भी दबंग हैं और वह अधिक वसूली को छोड़ना नहीं चाहते हैं। यही स्थिति अन्य गैस एजेंसियों की है सूत्रों की माने तो ओवर रेटिंग के चलते करोड़ों रुपए प्रत्येक महीने की अवैध वसूली एजेंसी संचालकों द्वारा की जा रही है। इस बात की जानकारी जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय को बखूबी है लेकिन जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय ओवर रेटिंग पर रोक लगाने को तैयार नहीं हैं जिससे गैस उपभोक्ता परेशान हैं।
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