नगरीय निकायों में नाले व नालियों की सफाई के लिए चलेगा 72 घण्टें का नॉनस्टॉप सफाई अभियान
लखनऊ: 26 जून, 2024 प्रदेश के नगरीय निकायों में बरसात के दौरान नागरिकों को जलभराव, गंदगी, संचारी रोगों, डेंगू, चिकुनगुनिया, मच्छरजनित बीमारियों तथा गंदे पानी की आपूर्ति आदि से परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने सभी निकायों में 72 घण्टें का अनवरत सफाई अभियान चलाकर सभी नाले व नालियों की सफाई कराने का निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सफाई कार्यों की निगरानी और समीक्षा करने के लिए सभी निकायों में नोडल अधिकारी भी तैनात किये जायें, जिससे कि नाले/नालियों के सफाई कार्यों में किसी भी प्रकार की कमी व चूक न रह जाये, जहां आवश्यक हो वहां कार्यों की ड्रोन से निगरानी भी करायी जाये।
- सफाई कार्यों की निगरानी और समीक्षा के लिए तैनात किये जायेंगे नोडल अधिकारी
- बारिश के दौरान शहरों में कहीं पर भी न हो जलभराव
- जलभराव, संचारी रोगों, डेंगू, चिकुनगुनिया, मच्छरजनित बीमारियों से नागरिकों को न हो परेशानी
- सफाई कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही व शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी
- शहरों के निचले क्षेत्रों को चिन्हित कर जलनिकासी का करें समुचित प्रबन्ध
- आग लगने पर कुआँ खोदने वाली प्रवृत्ति अब नहीं चलेगी, सभी तैयारियां समय से पूर्ण हों
नगर विकास मंत्री श्री ए0के0 शर्मा बुधवार को अपने 14-कालिदास आवास से निकायों के सफाई कार्यों की वर्चुअल समीक्षा की और हकीकत जानी। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में शहरों में कहीं पर भी जलभराव की समस्या न हो, इसके लिए सभी बाढ़ पम्पिंग स्टेशनों और पम्पिंग सेट की जांच कर लें कि वे सभी चालू हालात में हैं, जहां कहीं पर भी पम्पिंग सेट की और अधिक आवश्यकता हो, वहां शीघ्र व्यवस्था कर ली जाए। ‘‘आग लगने पर कुआँ खोदने वाली प्रवृत्ति अब नहीं चलेगी’’ लोगों के घरों में गंदा पानी भरे, इससे पहले ही सम्पूर्ण तैयारी पूरी कर ली जाये। शहरों में जलभराव को रोकने के लिए सभी नाले/नालियों की तलछट सफाई करायी जाए, जहां कहीं पर भी झाड़ियां आदि उग आई हों, उसे हटाया जाये, जिससे कि बरसाती पानी के निकलने में कहीं पर भी अवरोध न हो। नाले/नालियों के सफाई कार्यों में किसी भी स्तर की लापरवाही और शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मैनपावर और मशीन का अधिकतम प्रयोग कर सफाई कार्यों में गति लायें, जिससे कि बरसात में कहीं पर भी गंदगी, कीचड़ और जलभराव न दिखे।
नगर विकास मंत्री ने कहा कि बरसात में जलभराव व गंदगी से संचारी रोगों डेंगू, चिकुनगुनियां एवं मच्छरजनित बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है। इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक दवाइयों का प्रबन्ध और फॉगिंग की व्यवस्था हो। गंदे पानी की आपूर्ति न होने पाये। खाली प्लाटों में भी जलजमाव न हो, लोगों को भी जागरूक करें कि उनके घरों के छतों, गमलों या किसी भी पात्र में जलजमाव न होने पाये। बरसात में नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। कहीं पर भी कूड़े का ढेर न दिखे। जलकल विभाग से समन्वय कर सीवर सफाई की समुचित व्यवस्था करायें।
उन्होंने सभी नगरीय निकायों को टैक्स संग्रहण में पारदर्शिता लाने के निर्देश दिए। प्रत्येक निकाय अपने क्षेत्र में कर संग्रहण की प्रक्रिया को अधिक संगठित और पारदर्शी बनाए। निकायों में सिंगल यूस प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। सभी निकायों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्लास्टिक का उपयोग न हो और इसके स्थान पर वैकल्पिक सामग्रियों का उपयोग किया जाए।
मंत्री जी ने नगर निकाय के सभी नगर आयुक्तों और महापौरों से चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान किए। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन सभी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें और नगरीय विकास को सुचारू रूप से आगे बढ़ाएं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक नगरीय निकाय को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन तत्परता और ईमानदारी से करना चाहिए ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात ने जिले स्तर पर बैठक आयोजित कर स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट फंड के लिए तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके लिए सभी जिलों में आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सभी नगरीय निकायों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में जर्जर हो रही इमारतों और गैरकानूनी होर्डिंग्स को चिन्हित कर उन्हें हटाएं और उचित कार्रवाई करें। इससे शहर की सुरक्षा और सौंदर्य दोनों में सुधार होगा। प्रमुख सचिव ने सफाई अभियान को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सफाई के दौरान सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभिजात, सचिव श्री अजय कुमार शुक्ल, निदेशक नगरीय निकाय श्री नितिन बंसल तथा अन्य अधिकारियों ने निदेशालय स्थित सभागार से वर्चुअल प्रतिभाग किया तथा सभी निकायों के पदाधिकारी, नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी अपने निकायो से तथा समस्त मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, महाप्रबन्धक जल संस्थान एवं जलकल वर्चुअल जुड़े रहे।
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