सीएमओ द्वारा सीज किया गया श्रीजा हॉस्पिटल दबंग एनम रमिता पटेल द्वारा अपने दबंगई से किया गया जा रहा संचालित
उत्तर प्रदेश प्रयागराज जिले के लालगोपालगंज टाउन एरिया उपकेंद्र एनम सेंटर बीएसएनएल टावर के बगल में स्थित है जिसकी इंचार्ज रमिता पटेल हैं तथा उन्ही की बेटी का केंद्र से जुड़ा हुआ मकान है जिनका नाम ज्योति पटेल है एनम रमिता पटेल के संरक्षण में इस मकान में हॉस्पिटल का संचालन हो रहा है हॉस्पिटल का नाम श्रीजा हॉस्पिटल है हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन आज तक नहीं हुआ है।
सरकारी मरीजों को बहला फुसलाकर उनका इलाज श्रीजा प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया जाता है तथा उनसे मोटी रकम की वसूली की जाती है वहा जो भी स्टाफ काम करते हैं वह प्रशिक्षित नहीं है कुछ आशा ऐसी हैं जो क्षेत्र में न रहकर एनम सेंटर पर ही रहती हैं जैसे सुनीता आशा सीएचसी कौड़िहार प्रयागराज, ममता कोरी आशा सीएचसी बाघराय प्रतापगढ इन आशा बहुओं का कार्य है कि मरीज को बहला फुसलाकर श्रीजा हॉस्पिटल में ले आना उसके बाद एनम रमिता पटेल द्वारा उनसे मोटी रकम की वसूली की जाती है आखिर उच्च अधिकारियों द्वारा ऐसी आशा बहुओं पर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है ऐसी आशा बहुओं पर उच्च अधिकारी मेहरबान क्यों।
हॉस्पिटल उपकेंद्र लालगोपालगंज में एनम के पद पर रमिता पटेल कार्यरत है जो की उपकेंद्र के बगल में ही अपना प्राइवेट हॉस्पिटल श्रीजा हॉस्पिटल के नाम से संचालन हो रहा है जो की लोगों की शिकायत पर पिछले लगभग 6 महीने पहले सीएमओ प्रयागराज द्वारा श्रीजा प्राइवेट हॉस्पिटल को सीज किया गया था लेकिन रमिता पटेल जो की लालगोपालगंज टाउन एरिया में उपकेंद्र पर एनम के पद पर कार्यरत हैं वह अपनी दबंगई से श्रीजा हॉस्पिटल का संचालन करती हैं इस बाबत जब पत्रकार सीएमओ प्रयागराज एवं चिकित्सा अधीक्षक कौड़िहार अनुराग तिवारी से मोबाइल के माध्यम से संपर्क करना चाहा लेकिन किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया फोन नहीं उठा।
आपको बताते चलें ग्रामीणों की शिकायत पर आज पत्रकारों की एक टीम मौके पर पहुंचकर रमिता पटेल द्वारा संचालित श्रीजा हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पत्रकारों की टीम पहुंची हॉस्पिटल संचालिका मौके पर नहीं मिली कुछ लोग मौके पर थे जिसमें वार्ड ब्वॉय और पैथोलॉजी स्टाफ मौके पर उपस्थित रहे वार्ड बॉय से पूछा गया उनकी डिग्री के बारे में वार्ड ब्वॉय ने जवाब दिया कि मैं बीएससी कर चुका हूं पत्रकार महोदय ने पूछा कि आपका बीएससी में कौन-कौन सब्जेक्ट था इस पर वार्ड बॉय द्वारा गोल मटोल जवाब दिया गया जो बीएससी का सब्जेक्ट नहीं बता पा रहा है वह वार्ड ब्वॉय मरीज के देख रेख कितना अच्छा कर सकता है दूसरी तरफ देखा जाए जो पैथोलॉजी में महिला कार्यरत हैं उनसे पूछा गया मलेरिया में किस चीज की जांच होती है टाइफाइड में किस चीज की जांच की जाती है वह महिला जवाब नहीं दे पाई ऐसे में अगर इस हॉस्पिटल को तत्काल नहीं बंद कराया गया तो रमिता पटेल पता नहीं कितनो की जान ले लेगी ग्रामीणों को इंतजार है कि उच्च अधिकारियों द्वारा बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे प्राइवेट हॉस्पिटल पर कब होगी कार्यवाही।
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