कौशांबी में डीएम ने स्कूलों का किया औचक निरीक्षण रजिस्टर में एंट्री सही न मिलने पर गार्ड को लगाई फटकारा
डीएम ने निरीक्षण के दौरान भोजन की गुणवत्ता को परखा मानक के अनुसार छात्राओं को भोजन प्रदान करने के निर्देश दिए।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जिले के जिलाधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने सोमवार को रमाबाई राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय भरसवा, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सरसवा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसवा का आकस्मिक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया डीएम ने रमाबाई राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय भरसवा के निरीक्षण के दौरान एंट्री रजिस्टर को देखा रजिस्टर में आने वाले लोगों की एंट्री सही न मिलने पर गार्ड को फटकारा लगाई।
उन्होंने अध्यापकों एवं बच्चियों की संख्या की जानकारी लिया उन्होंने मेस के निरीक्षण के दौरान भोजन की गुणवत्ता को परखा मानक के अनुसार छात्राओं को भोजन प्रदान करने के निर्देश दिए। उनके द्वारा छात्राओं से संवाद कर पढ़ाई की जानकारी ली डीएम ने बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर संतोष जाहिर किया है। डीएम मधुसूदन ने 12th के छात्राओं से उनके भविष्य के सपने के बारे में कई सवाल किए। बच्चों से संवाद के दौरान डीएम ने बच्चों को सफलता के कई टिप्स दिए।
जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय सरसवा के निरीक्षण के दौरान वार्डन बबीता त्रिपाठी से अध्यापकों एवं विद्यालय में अध्यनरत छात्राओं की संख्या आदि की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने प्रेरणा पोर्टल पर उपस्थिति की जांच किया। उन्होंने बच्चियों से वार्ता कर पढ़ाई की जानकारी प्राप्त किया। बच्चियों से पूछा कि आप क्या बनना चाहते हो। इस संबंध में मार्गदर्शन भी किया। वार्डन ने बताया कि आरबीएसके टीम द्वारा छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया है।
जिलाधिकारी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरसवा के निरीक्षण के दौरान चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ की जानकारी कर ओपीडी रजिस्टर को देखा। उन्होंने आवश्यक दवाओं की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। माह अगस्त एवं विगत माह जुलाई में हुए प्रसव की जानकारी प्राप्त करने पर उन्हें बताया गया कि विगत माह में कुल 12 रेफर हुए हैं। जिसमे सात माताएं एवं पांच बच्चे शामिल हैं।
जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि एएनएम द्वारा इन माताओं का एएनसी किया गया था या नहीं इसकी जांच कराई जाए डीएम मधुसूदन हुल्गी के मुताबिक, निरीक्षण का मकसद साफ है। जिले में शिक्षा एवम चिकित्सा की व्यवस्था सही और सुचारू रूप से काम करने में उनकी मदद करना है व्यवस्था के लापरवाह लोगो को चिह्नित कर उनमें सुधार लाना है वह जल्द से जल्द आम आदमी को ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य देने के लिए प्रतिबद्ध है।
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