प्रधानाचार्य नीलम पर 42 लाख 89 हजार 42 रुपए गबन करने का लगा है गम्भीर आरोप
उत्तर प्रदेश कौशाम्बी जिले कोखराज थाना क्षेत्र के भरवारी कस्बा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य नीलम के विरुद्ध कोखराज थाना में मुकदमा अपराध संख्या 549 सन 2022 धारा 419 420 467 467 471 409 के तहत 2 वर्ष पहले मुकदमा दर्ज हुआ था प्रधानाचार्य नीलम पर 42 लाख 89 हजार 42 रुपए गबन करने का आरोप है लेकिन 42 लाख से अधिक की रकम का घोटाला करने वाली प्रधानाचार्य नीलम के मुकदमे की विवेचना कर उसे गिरफ्तार करने का समय कोखराज पुलिस को दो वर्ष में नहीं मिला है या फिर घोटाले बाज प्रधानाचार्य के चरणों में नतमस्तक होकर के कोखराज थाना पुलिस ने आरोपी प्रधानाचार्य से समझौता कर लिया है।
2 वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोखराज थाना पुलिस आरोपी प्रधानाचार्य नीलम को गिरफ्तार नहीं करना चाहती हैं 42 लाख से अधिक के घोटाले में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद आरोपी प्रधानाचार्य की गिरफ्तारी न किए जाने के मामले में कोखराज थाना पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है मामले को पुलिस अधिकारियों को गंभीरता से लेते हुए मामले में आरोपी प्रधानाचार्य नीलम की गिरफ्तारी कराते 42 लाख से अधिक की रकम की वसूली किए जाने की जरूरत है लेकिन कोखराज पुलिस मामले में किसी दबाव में काम कर रही है जिससे मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस नहीं करती है घटनाओं को खुलासा करने में कोखराज पुलिस कमजोर साबित हो रही है जिसका लाभ मुकदमे के वांछित उठाते हैं और मुकदमे के साक्ष्य से छेड़छाड़ कर वह बचने का प्रयास करते हैं।
गौर तलब है कि जिला विद्यालय निरीक्षक की जांच में प्रधानाचार्य नीलम 42 लाख से अधिक की रकम के गबन की दोषी पाई गई थी जिस पर तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन घोटालेबाज प्रधानाचार्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक भी इस गम्भीर प्रकरण को भूल गए हैं या फिर उन पर भी कुबेर सिंह की मेहरबानी हो गई है यह बड़ी जांच का विषय है और प्रकरण में यदि जिला अधिकारी ने जांच कराई तो प्रधानाचार्य नीलम को संरक्षण देने के मामले में कोखराज थानेदार के साथ-साथ जिला विद्यालय निरीक्षक की संलिप्तता उजागर होना तय है।
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