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राष्ट्रीय रामायण मेला के द्वितीय दिन वृक्ष साक्षरता जागरूकता सम्मेलन हुआ संपन्न

राष्ट्रीय रामायण मेला के द्वितीय दिन वृक्ष साक्षरता जागरूकता सम्मेलन हुआ संपन्न

संवाददाता – वी के मिश्र

जिले के प्रयागराज धाम क्षेंत्र के श्रृंगवेरपुर धाम पर भव्य रूप में राष्ट्रीय रामायण मेला के द्वितीय दिवस पर विद्यालयों में महा विद्यालय के द्वारा आयोजित ब्रेक साक्षरता एवं जागरूकता सम्मेलन में कई विद्यालयों ने भाग लेकर के भगवान श्री राम पर आधारित नाटक भजन गायन का कार्य की प्रस्तुति किया। जो की बड़ी सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुभव सिंह ने सभी छात्र एवं छात्राओं को मेडल पहनते हुए उनका अभिनंदन किया और कहा कि राष्ट्रीय रामायण मेला का एक अच्छा आयोजन श्रृंगवेरपुर धाम में चल रहा है हम सब लोग मेले में आकर के आज यहां बच्चों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम को देखा की बहुत प्रशंसनीय है ऐसे ही युवा आगे बढ़े विकास करें उनके प्रति हमारी शुभकामनाएं तत्पश्चात हनुमानगढ़ी राम चौराहा श्रृंगवेरपुर धाम के महंत 1008 स्वामी कमल दास जी महाराज जी ने श्री राम कथा की धारा प्रवाह करते हुए तथा में बताया श्री राम विवाह की कथा करते हुए बताया इधर जनक जी ने अपनी पुत्री सीता को देखा की दाहिने हाथ से धनुष को उठाकर बाएं हाथ से चौका लग रही थी और तो उनके मन में यह विचार आया कि यह शिव धनुष है इसको तो हम सब लोग भी नहीं उठा पाए यहां मेरी पुत्री उसको उठा पाती है तो इसके लिए वर ढूंढना चाहिए जो इस धनुष का खंडन करें उन्होंने यह प्रण किया कि जो तोड़े शिव धनुष को शो सीता के हो उन्होंने धनुष यज्ञ की आयोजन किया जहां देश के कई राजा गाना आए और धनुष को उठा भी नहीं पिला भी नहीं पाया और फिर जनक जी की भावुक होकर के राजाओं को उनके घर जाने के लिए कहे कि मुझे आज यहां ज्ञात हुआ की धरती वीरों से खाली है जो जनक जी के बात को सुनकर लक्ष्मण जी क्रोधित हो उठे और उन्होंने कहा कि गुस्सा अगर मुझे आए मैं ही धनुष का खंडन कर दूं लेकिन भैया सामने बैठे हैं इसलिए मैं कह रहा हूं यह जनक तुमने जो कहा वचन वह क्षत्रियों का अपमान वचन है लक्ष्मण जी के क्रोध को गुरु विश्वामित्र जी श्री रामचंद्र जी ने शांत करते हुए बैठने के लिए कहा और गुरु विश्वामित्र जी का आदेश पाते हैं श्री रामचंद्र जी ने धनुष का खंडन किया पूरे जनकपुर में खुशी की गूंज लहर उठी और प्रभु श्री राम को सीता जी ने वरमाला डालकर प्रभु के साथ विवाह संपन्न हुआ इस बीच पूर्व कुलपति डॉक्टर गिरीश चंद्र त्रिपाठी वरिष्ठ समाज सेवी शिव प्रसाद मिश्रा राष्ट्रीय रामायण मेला के अध्यक्ष डॉ बालकृष्ण पांडे पंडित राजमणि शास्त्री रामायण मेला के महामंत्री उमेश चंद्र द्विवेदी उपाध्यक्ष सिया राम सरोज खंड विकास अधिकारी लीलाधर शुक्ला थाना नवाबगंज प्रभारी अनिल कुमार मिश्रा प्रधानाचार्य अनिल मिश्रा संयुक्त मंत्री अमित द्विवेदी आशीष केसरवानी आदि लोग मौजूद रहे आदि लोग मौजूद रहे।

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