वाराणसी में उपराष्ट्रपति द्वारा 11 लाख दीप प्रज्ज्वलन और नमो घाट का लोकार्पण
वाराणसी, भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र, एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना जब उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में 11 लाख दीपों का प्रज्ज्वलन किया। इस अवसर पर गंगा आरती का आयोजन हुआ और अत्याधुनिक नमो घाट का लोकार्पण किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत नमो घाट के उद्घाटन से हुई, जिसे वाराणसी के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विकसित किया गया है। यह घाट आधुनिक वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है और वाराणसी की पारंपरिक संस्कृति का प्रतीक भी है। नमो घाट पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगा और गंगा के तट पर स्वच्छता और सुंदरता को और अधिक बढ़ावा देगा।
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि वाराणसी भारतीय सभ्यता और संस्कृति की आत्मा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वाराणसी के व्यापक विकास कार्यों की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व मंच पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
गंगा आरती के दौरान मंत्रोच्चार और दीपों की रौशनी से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। 11 लाख दीपों का प्रज्ज्वलन ‘स्वच्छ गंगा, स्वच्छ भारत’ अभियान का प्रतीक था, जो स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है।
इस भव्य आयोजन में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम न केवल वाराणसी बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का क्षण साबित हुआ। नमो घाट के लोकार्पण और दीपोत्सव ने वाराणसी की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाया।