18 दिसंबर को विधानसभा घेराव में एटा से जायेगे हजारों
एटा : जिला कांग्रेस कार्यालय धान मील वाली गली एटा पर कार्यवाहक जिला अध्यक्ष ठाकुर अनिल सोलंकी एवं शहर अध्यक्ष विनीत पाराशर बाल्मीकि ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदेश की जनता योगी सरकार के कुशासन से त्राहि-त्राहि कर रही है। सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है और अपनी नाकामी छुपाने के लिए सिर्फ धार्मिक तुष्टिकरण की नीति अपना रही है। आम जनमानस की हर समस्या का केवल एक जवाब है योगी सरकार के पास हिंदू मुसलमान। आए दिन कोई ना कोई धार्मिक उन्माद फैलाने वाला एजेंडा सेट किया जाता है ताकि सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डाल सके । मगर कांग्रेस पार्टी संकल्पित है, सरकार की हर नाकामी से पर्दा उठाने के लिए। हम सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे और मजबूर करेंगे सरकार को जनता की आवाज सुनने के लिए। हम 18 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेंगे और इस सोती सरकार से जवाब मांगेंगे।
बिजली कंपनियों के निजीकरण की साजिश
चंद गुजराती कंपनियों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से सरकारी बिजली कंपनियों का निजीकरण किया जा रहा है। यह बात आइने की तरह साफ है कि निजीकरण की वजह से बिजली की दरें बहुत बढ़ जायेंगी और अंत में नुकसान आम उपभोक्ताओं का ही उठाना होगा। विदित है कि आगरा और ग्रेटर नोएडा में बिजली का निजीकरण बुरी तरीके से असफल हो चुका है।
अगर आगरा की बात करें तो वहां की बिजली व्यवस्था टोरेंट पावर को दी गई। निजीकरण के करार के अनुसार पावर कॉरपोरेशन टोरेंट पावर को बिजली देता है।
वर्ष 2023-24 में पावर कारपोरेशन ने 4.36 प्रति यूनिट की दर से 2300 मिलियन यूनिट बिजली टोरेंट पावर को दी।
पावर कारपोरेशन ने यह बिजली 5.55 रुपए प्रति यूनिट की दर से खरीदी। इस प्रकार पावर कारपोरेशन को वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 275 करोड रुपए की क्षति हुई।
दुर्भाग्य यह है कि जनता को महंगी बिजली ही मिल रही है और फायदा निजी कंपनियों को हो रहा है। सिर्फ और सिर्फ गुजराती कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार सारा कुचक्र रच रही है।
प्रदेश के किसानों की समस्याएं
प्रदेश के अन्नदाता किसानों के साथ भाजपा सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है। सरकार ने किसानों के हित में कोई काम तो नहीं ही किया, उल्टे उनकी परेशानियों में इजाफा जरूर किया है।
अभी बुवाई के समय डीएपी की किल्लत पैदा की गई और फिर उसकी कालाबाजारी हुई। किसान रोता रहा, परेशान होता रहा मगर उसे मजबूर किया गया महंगी खाद खरीदने के लिए।
सरकार ने कहा था कि किसानों का बिजली का बिल माफ किया जाएगा। माफी तो छोड़िए बिजली के बिल बढ़े हुए आ रहे हैं।
प्रदेश के गन्ना किसानों का 7000 करोड़ से ऊपर रुपया बकाया है।
प्रदेश के युवाओं की समस्याएं
युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बहुत कम है। बेरोजगारी चरम पर है और सरकारी भर्तियां भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुकी हैं।
जितनी सरकारी सेवाओं के लिए परीक्षाएं हो रही हैं या तो उनके पेपर लीक हो रहे हैं या सालों से उनके परिणाम नहीं आए हैं। प्रतियोगी छात्र आए दिन अपनी जायज मांगों को लेकर लोक सेवा आयोग घेर रहे हैं और पुलिस की लाठी खा रहे हैं।
69000 शिक्षक भर्ती मामले में कोर्ट के यह कहने के बाद की 1994 के आरक्षण नियमों का पालन नहीं हुआ फिर भी सरकार पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को उनका हक देने के लिए तैयार नहीं है। हजारों युवा पिछले 5 साल से लखनऊ की सड़कों पर अपने जायज हक के लिए संघर्षरत हैं।
प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, प्रदेश के अधिकतम सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक केंद्रों पर दवाईयां उपलब्ध नहीं हैं।
जिले के अस्पतालों को दिखावे के लिए मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिया गया है। मगर सुविधाओं में कोई विस्तार नहीं किया गया है। आज भी यह अस्पताल मरहम पट्टी से ऊपर कुछ नहीं कर सकते। राजधानी लखनऊ के सभी अस्पतालों में आंख के ग्लूकोमा जैसे सामान्य जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है। प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था है।
उत्तर प्रदेश जंगल राज में परिवर्तित हो गया है। अपराधी बेखौफ होकर जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में चौथाई हिस्सा उत्तर प्रदेश का है। अपहरण की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है अभी कुछ दिन पहले अभिनेता मुश्ताक खान और हास्य कलाकार सुनील पाल के अपहरण ने पूरे प्रदेश को शर्मिंदा किया। अन्य मुद्दे ठंड शुरू हो गई है और अभी तक प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को मोजे और स्वेटर नहीं मिले हैं। प्रदेश की लगभग सभी सड़के टूटी हुई हैं और खस्ताहाल हैं। 100 से अधिक पुल अधूरे पड़े हैं और अभी कुछ दिन पहले बरेली में एक अधूरे पुल से गिरकर तीन युवकों की मौत हो गई है। रोज कोई ना कोई बड़ा एक्सीडेंट हो रहा है और सरकार ने सड़क सुरक्षा पर कोई जमीनी कार्य नहीं किया है और इन अनगिनत समस्याओं का योगी सरकार के पास सिर्फ एक हल है हिंदू मुसलमान, हिंदू मुसलमान और हिंदू मुसलमान। बहराइच से लेकर संभल तक, मथुरा से लेकर काशी तक, रोज कोई ना कोई ऐसा मुद्दा छेड़ दिया जाता है जिससे सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो, सामाजिक विद्वेष बढ़े और भोली भाली जनता इसी नफरत की लड़ाई में उलझ कर रह जाए। हमारा विधानसभा का घेराव सिर्फ घेराव नहीं है, यह हमारा प्रयास है कुंभकर्णी नींद में सोई सरकार को जगाने का, आम जनता के मुद्दों को सामने लाने का,और जनता को न्याय दिलाने का। ठाकुर अनिल सोलंकी कार्यवाहक जिला अध्यक्ष ने कहा कि दिनांक 15.12.2024 को 12:30 बजे प्रदेश सचिव एवं जिला प्रभारी एटा श्री धर्मेंद्र लोधी जी विधान सभा घेराव को लेकर बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। सभी कांग्रेस जन एआईसीसी,पीसीसी,पूर्व प्रत्याशी विधान सभा में पहुंच कर उपस्थिति दर्ज करे। प्रेस वार्ता में ठाकुर अनिल सोलंकी कार्यवाहक जिला अध्यक्ष, विनीत पाराशर बाल्मीकि शहर अध्यक्ष, रामकुमार सक्सेना पीसीसी, अरुणेश गुप्ता, एकेश लोधी पूर्व जिला अध्यक्ष, संजीव गुप्ता, ओमप्रकाश सिंह तोमर, अभिषेक मिश्रा, पंकज गौतम, चांद अली, हीरा पाराशर पाराशर बाल्मिकी, ओमबीर सिंह राजपूत के अलावा अन्य कई लोग मौजूद रहे।
जिला संवाददाता अमित चौहान
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