नित्यानंद यादव की रिपोर्ट
जशपुर – सरगुजा संभाग समेत संपूर्ण प्रदेश में महंगाई की मार झेलने के लिए एक और झटका अब लगने लगा है. मौसम और शासकीय लापरवाही की वजह से टमाटर सहित दूसरी सब्जियों के दाम एकाएक आसमान की बुलंदियों को छूने लगे हैं।
इन दिनों मौसम की मार की वजह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. बारिश की वजह से ट्रांसपोर्टिंग में दिक्कत हो रही है. जिससे दूसरे राज्यों से आने वाली सब्जियां प्रदेश में दूसरे जगहों पर पहुंचने में देरी हो रही है. गंतव्य स्थान पर पहुंचने पर हो रही देरी के कारण कई सब्जियां खराब भी हो रही हैं, इस वजह से सब्जियों के कीमतें बढ़ने लगी हैं. उन्हीं सब्जियों में से एक सब्जी है टमाटर, टमाटर छत्तीसगढ़ में अभी 60 से 80 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है. इसके अलावा धनिया, अदरक, लहसुन 150 से 200 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं।
टमाटर छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों पहले बाजार में 14 से 20 रुपए किलो बिक रहा था, वही टमाटर अब 60 से 80 रुपए किलो बिक रहा है. टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग हर व्यजंनों में इस्तेमाल किया जाता है. टमाटर के दाम एकाएक बढ़ने से घरों में थाली का स्वाद फीका पड़ने लगा है, इसके अलावा कई ऐसी सब्जियां है जिनके दाम बढ़ गए हैं।
टमाटर के अलावा घरों में रोजाना इस्तेमाल किए जाने वाली धनिया की कीमत वर्तमान में लगभग 200 रुपये प्रति किलो छत्तीसगढ़ में बिक रहा है. जबिक अदरक 150 से 200 प्रति किलो रुपए बिक रहा है. तीखी हरी मिर्ची की बात की जाए तो वर्तमान में हरी मिर्च 80 से 100 प्रति किलो बिक रहा है. लहसुन 150 से 200 प्रति किलो में बिक रहा है. इसके अलावा आलू, प्याज की कीमतें बाजार में उपलब्ध दूसरी सब्जियों के मुकाबले कम हैं, वर्तमान प्रदेश के कई जिलों आलू और प्याज की कीमतें लगभग एकसमान 20 से 25 प्रति किलो बिक रही है।
फिलहाल, छत्तीसगढ़ में हरी सब्जियों की बात की जाए, तो फूलगोभी 80 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, परवल 80 से 100 प्रति किलो, करेला भी 80 से 100 प्रति किलो के बीच बाजार में बिक रहा है. इसी तरह हरी सब्जियों में पालक भाजी 40 से 45 प्रति किलो, चौलाई भाजी लगभग 40 प्रति किलो, लाल भाजी 40 से 45 किलो बाजार में बिक रहा है. इसके अलावा भिंडी, कुंदरू, बैंगन और पत्ता गोभी लगभग 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बाजार में बिक रहे हैं।