लव जिहाद मामले में सक्रियता पर सवाल उठाने वालों पर विधायक का पलटवार
मध्य प्रदेश मऊगंज जिले के ग्राम पंचायत सीतापुर में लव जिहाद जैसे गंभीर मामले को लेकर विधायक प्रदीप पटेल ने अपनी सक्रियता दिखाई। जनता के बीच लंबे समय से न्याय की मांग को लेकर जो इंतजार था, वह विधायक की पहल से खत्म हुआ। विधायक ने थाना प्रभारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को उजागर करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। इसके बाद एसपी महोदय ने दस्तावेजों की जांच कर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। सीतापुर के लोगों ने विधायक से न्याय की उम्मीद लगाई थी, जो उनके पहुंचने से पूरी होती दिखी। लेकिन, कुछ कथित पत्रकारों और दलालों द्वारा इस पहल को गलत दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि कुछ लोग, जो थानों और शराब ठेकों से जुड़े दलाली के कामों में संलिप्त हैं, विधायक की कार्रवाई से असंतुष्ट हैं।
विधायक मैं जनता के लिए यहां हूं, उनकी समस्याओं का समाधान मेरी प्राथमिकता है। लेकिन, कुछ लोग जो व्यक्तिगत स्वार्थ में लिप्त हैं, वे हमारी कोशिशों को गलत दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे का इस्तेमाल दलाली के लिए किया जा रहा है। हाल ही में वायरल हुए ऑडियो क्लिप ने इस मामले को और गर्मा दिया है। इसमें कथित तौर पर कुछ पत्रकारों की दलाली और थानों के साथ मिलीभगत की बातें सामने आई हैं। विधायक और पत्रकार आर्यन जायसवाल को घेरने की घटनाओं ने इन आरोपों को और मजबूती दी है। लव जिहाद जैसे गंभीर मुद्दे को लेकर विधायक प्रदीप पटेल ने अपनी सक्रियता दिखाई, लेकिन विरोधियों ने इसे भी मुद्दा बनाकर दलाली की राजनीति शुरू कर दी। जनता का कहना है कि जब विधायक उनके लिए खड़े होते हैं, तब कुछ लोग जानबूझकर ऐसी झूठी खबरें चलाते हैं, ताकि सच्चाई दबाई जा सके। विधायक प्रदीप पटेल ने जनता के हित में जो कदम उठाए हैं, उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है। लेकिन, सवाल यह उठता है कि क्या कथित पत्रकारों और दलालों की यह साजिश प्रशासन के सुधार प्रयासों को कमजोर कर सकती है।
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