प्रतापगढ़ पुलिस ने किया डिजिटल मर्डर का खुलासा, फर्जी क्राइम ब्रांच बनकर करते थे ब्लैकमेलिंग
ब्लैकमेलिंग गैंग का पर्दाफाश, पुलिस ने किया 03 गिरफ्तार, 01 बाल अपचारी पुलिस अभिरक्षा में, चार अब भी फरार
उत्तर प्रदेश प्रतापगढ़ जिले के थाना फतनपुर अंतर्गत पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देकर वसूली करता था। इस गिरोह के शिकार हुए ज्ञानदास नामक युवक ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली, जिसे पुलिस ने ‘डिजिटल मर्डर’ करार दिया है। मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक डा.अनिल कुमार ने अपनी स्पेशल टीमों को लगाकर राजफास किया और अभियुक्तों को धर दबोचा।
कैसे बनाया ब्लैकमेलिंग का शिकार मृतक ज्ञानदास के भाई प्रेमदास ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि अज्ञात लोगों ने उनके भाई को डिजिटल माध्यम से फंसाकर पैसे ऐंठे। बैंक खातों और कॉल डिटेल्स की जांच में सामने आया कि ज्ञानदास ने बार-बार अलग-अलग लोगों को ऑनलाइन भुगतान किया था। ब्लैकमेलरों ने उसे लगातार कॉल कर धमकाया, झूठे मुकदमों और जेल भेजने का डर दिखाकर अवैध वसूली की। जब ज्ञानदास के पास पैसे खत्म हो गए, तो उसने अपने घर के गहने तक गिरवी रख दिए और उधारी लेकर भी आरोपियों के खाते में पैसे ट्रांसफर किए। मानसिक तनाव और आर्थिक शोषण से तंग आकर उसने 30 जनवरी 2025 को आत्महत्या कर ली। इस संबंध में थाना फतनपुर में मु0अ0सं0-28/2025 धारा 61(2), 108, 308(5), 318(4), 338, 336(3), 340(2) बीएनएस पंजीकृत किया गया था।
फर्जी क्राइम ब्रांच के नाम पर ठगी और ब्लैकमेलिंग, 7 फरवरी 2025 को उपनिरीक्षक शैलेश यादव मय टीम के साथ अभियुक्तों की तलाश में सर्विलांस कार्यालय प्रतापगढ़ पहुंचे जांच में मोबाइल नंबर 8173063758 की डिटेल खंगाली गई, जिससे पता चला कि यह नंबर रोहित प्रजापति, निवासी भीमसेन, जनपद कानपुर नगर, के नाम पंजीकृत था पुलिस ने तुरंत लोकेशन ट्रैक कर कानपुर नगर में छापा मारा सर्विलांस टीम के आरक्षी सनोज कुमार की मदद से पुलिस ने भीमसेन से रेवरी जाने वाले रोड के किनारे खेल मैदान के पास चार संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जबकि चार अन्य मौके से फरार हो गए। गिरफ्तार अभियुक्तों में रोहित प्रजापति, अभिमत सिंह चौहान और वीर प्रताप सिंह व 01 बाल अपचारी शामिल हैं । पुलिस को मौके से फर्जी क्राइम ब्रांच आईडी कार्ड, कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई।
गिरफ्तार आरोपियों से हुई बरामदगी फर्जी क्राइम ब्रांच आईडी कार्ड जिनसे अभियुक्त खुद को पुलिस अधिकारी दिखाकर लोगों को डराते थे। मोबाइल फोन और सिम कार्ड जिनसे फर्जी नंबरों से लोगों को धमकाने और ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल किए जाते थे। बैंक ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड – फोनपे, पेटीएम और अन्य डिजिटल माध्यमों से पैसे ऐंठे गए। गहनों के बिल और बैंक रसीदें, 16030 रुपये भी बरामद हुए है ।
बरामदगी का विवरण
01- कुल 16030/- रू0 नगद
02- 06 अदद एड्रायड फोन
03- 05 अदद की पैड मोबाइल फोन
04- 07 अदद सिम कार्ड रैपर
05- 03 अदद सिम कार्ड,
06- 09 अदद मोबइल के डिब्बे
07- 02 अदद पुलिस ID कार्ड
08- एक अदद पी कैप खाखी रंग
09- 02 अदद मोबाइल बिल रशीद।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण
1. रोहित प्रजापति पुत्र नरेश प्रजापति निवासी भीमसेन थाना सचेण्डी जनपद कानपुर नगर उम्र करीब-20 वर्ष
2. अमित सिंह चौहान पुत्र ओमप्रकाश सिंह निवासी बन्दी पुरवा थाना सचेण्डी जनपद कानपुर नगर उम्र करीब-20 वर्ष
3. वीर प्रताप सिंह पुत्र स्व0 रामकुमार सिंह निवासी बन्दी पुरवा थाना सचेण्डी जनपद कानपुर नगर उम्र करीब-33 वर्ष
4. 01 बाल अपचारी
पुलिस की कार्रवाई और फरार आरोपी पुलिस द्वारा पकड़े गए चार अभियुक्तों के अलावा चार अन्य अपराधी अब भी फरार हैं। इनमें सतपाल सिंह, राहुल चौहान, अंकित उर्फ अनुराग चौहान और अनूप शामिल हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम उ0नि0 शैलेष यादव मय हमराह उ0नि0 प्रभांशू राय का0 रामप्रताप, का0 रोहित, का0 सुशील थाना फतनपुर जनपद प्रतापगढ़, स्वाट टीम, स्वाट टीम प्रभारी उ0नि0 सुनील यादव मय हमराह का0 राजीव, का0 जागीर, का0 राजेन्द्र, का0 अरविन्द दुबे, का0 अनुपम पाथरे, का0 आशुतोष ।
सर्विलांस टीम आरक्षी सनोज कुमार।
इस पूरे घटनाक्रम पर पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ डा. अनिल कुमार ने कहा, यह सिर्फ एक आनलाइन धोखाधड़ी का मामला नहीं, बल्कि डिजिटल मर्डर है। अभियुक्तों ने पीड़ित को इतना मानसिक रूप से प्रताड़ित किया कि वह अपनी जान देने पर मजबूर हो गया। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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