नई दिल्ली. सहारा में निवेश करने वाले 10 करोड़ निवेशकों को आज बड़ी खुशखबरी मिली है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 18 जुलाई यानी मंगलवार को ‘सहारा रिफंड पोर्टल’ लॉन्च कर दिया है. इस पोर्टल के जरिए सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों के पैसे वापस मिलेंगे. इस रिफंड पोर्टल के जरिए उन निवेशकों के रकम वापस मिलेगी, जिनके निवेश की मैच्योरिटी पूरी हो चुकी है। रिफंड पोर्टल पर निवेश के पैसे की वापसी से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध होंगी।
दरअसल सहकारिता मंत्री अमित शाह आज दिल्ली के अटल अक्षय ऊर्जा भवन में एक ऐसे पोर्टल की शुरुआत कर रहे हैं, जो सहारा समूह के निवेशकों की तरफ से क्लेम प्रक्रिया को आसान बनाएगा। साफ शब्दों में कहें तो आज एक स्पेशल पोर्टल जारी किया जा रहा है जहां से आप “केन्द्रीय पंजीयक सहारा रिफंड पोर्टल” में अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे। इस पोर्टल पर सहारा के निवेशकों को पैसे वापस लाने के लिए पूरी प्रोसेस को बताया और समझाया जायेगा. दरअसल सहारा ग्रुप की सहकारी समितियों के वास्तविक निवेशकों के वैध दावे जमा करने के लिए यह पोर्टल विकसित किया गया है।
मोदी सरकार का बड़ा ऐलान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इसको लेकर कई महीनो से सक्रिय रहे हैं, उन्होंने तमाम बैठकें भी की. सरकार ने 29 मार्च को घोषणा की थी कि सहारा समूह के लगभग 10 करोड़ निवेशकों को 9 महीने के भीतर पैसे वापस मिलेंगे।
ये भी पढ़ें-कौन हैं सीमा हैदर: सीमा पार प्रेमी या पाकिस्तानी जासूस?
निवेशकों की परेशानी को देखते हुए मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसमें 5 हजार रुपये तुरंत जारी करने की अपील कोर्ट ने मंजूर कर ली थी. सरकार के इस फैसले से 1.1 करोड निवेशकों को राहत मिलेगी।
क्या है विवाद?
सहारा का ये विवाद साल 2009 में शुरू हुआ था जब सहारा ने अपना IPO लॉन्च किया और उसके बाद ही सहारा की असलियत बाहर आने लगी। सेबी की जांच में कई अनियमितता आईं और ये बात सामने आई कि सहारा ने गलत तरीके से निवेशकों से 24000 करोड़ की रकम जुटाई थी, और आगे जांच के बाद ये एक बड़ा घोटाले के रूप में सामने आया। सेबी ने तुरंत सहारा को निवेशकों को उनका पैसा ब्याज समेत लौटाने का आदेश दिया था। हालांकि बाद में मामला कोर्ट में गया और उलझता चला गया.इस विवाद के कारण खाते में जमा 24 हजार करोड़ रुपये का फंड फंसा हुआ है, इससे निवेशक बेहद परेशान हैं।