प्रतापगढ़। मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के पर्चा काउंटर पर दो कर्मचारियों में विवाद का कारण पूछने एक अधिवक्ता की बेरहमी से पिटाई कर दी गई। दरवाजा बंद कर हाथ और लात से मारा। कपड़े फाड़ दिए और चेन लूट ली। इससे पर्चा काउंटर और ओपीडी में भगदड़ मच गई। जानकारी पर अधिवक्ता पहुंचे तो मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर, कर्मचारी भाग निकले।
ये भी पढ़ें- प्रेम में अजय लांघ गया सरहद: अब भेज रहा मैसेज, मां… मेरी जिंदगी बचा लीजिए
अधिवक्ता कार्रवाई की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठ गए। दो घंटे बाद एफआईआर की कॉपी मिली। चार घंटे में डॉक्टर की गिरफ्तारी के आश्वासन पर अधिवक्ताओं ने धरना समाप्त किया।
नगर कोतवाली के शुकुलपुर निवासी अधिवक्ता शशिकांत शुक्ल 11 बजे अपनी भाभी के इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे। पर्चा काउंटर पर डॉक्टर और कुछ लोग आपस में विवाद कर रहे थे। शशिकांत के साथ मौजूद अधिवक्ता नीरज मिश्र विवाद का कारण पूछते हुए बीच बचाव करने लगे। आरोप है कि इसी दौरान वहां मौजूद डॉ. सचिन ने एमबीबीएस करने वाले दर्जन भर छात्र और डॉ. लक्ष्मीकांत मिश्र को बुलाकर शशिकांत और नीरज मिश्र को लात मूका से मारने लगे। यह देख मेडिकल कॉलेज में भगदड़ मच गई तो गेट बंद कर नीरज मिश्र को और मारापीटा गया। उनकी चेन लूट ली गई।
जानकारी मिलने पर कचहरी के अधिवक्ता भागकर पहुंचे लेकिन तब तक मेडिकल कॉलेज की ओपीडी बंद कर डॉक्टर, कर्मचारी भाग निकले थे। अधिवक्ता गेट पर ही धरने पर बैठ गए। वे डॉक्टर और कर्मचारियों को बुलाने की मांग करने लगे। करीब दो घंटे बाद अधिवक्ता शशिकांत की तहरीर पर डॉ. सचिन, डॉ. लक्ष्मीकांत, हास्टल के 10-12 एमबीबीएस प्रशिक्षु के खिलाफ मारपीट, लूट की एफआईआर दर्ज की गई। एसडीएम सदर उदयभान सिंह की मौजूदगी में शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह ने चार घंटे में आरोपित डॉक्टर की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसके बाद करीब दो बजे अधिवक्ताओं का धरना समाप्त हुआ।
संवाददाता / शिवम गुप्ता