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नेपाल सीमा की ड्रोन से की जाएगी निगरानी

भारत-नेपाल सीमा की ड्रोन से की जाएगी निगरानी

सिद्धार्थनगर: देश विरोधी तत्वों व तस्करों पर नजर रखने के लिए भारत-नेपाल सीमा की ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इसके लिए पुलिस ऑपरेशन कवच चलाने जा रही है। सीमा के दस किमी के दायरे में पड़ने वालों गांवों में पुलिस न सिर्फ सतर्कता बरतेगी, बल्कि देश विरोधी तत्वों को घेरने के लिए लोगों की मदद भी लेगी। माना जा रहा है कि ऐसा पाकिस्तानी सीमा हैदर के जिले की खुली सीमा से भारत में प्रवेश करने की वजह से किया जा रहा है।

एडीजी जोन अखिल कुमार ने नेपाल सीमा से लगने वाले जिले महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, पीलीभीत और लखमीपुर खीरी की पुलिस को भारत-नेपाल की सीमा पर विशेष सतर्कता बरतते हुए दो माह तक ऑपरेशन कवच चलाने के निर्देश दिए हैं।

ऑपरेशन कवच के तहत भारत-नेपाल सीमा से सटे भारतीय थानों के प्रभारियों व एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोज सीमा से जुड़ी गतिविधियों की डायरी तैयार करके एएसपी और सीओ को अवगत कराएंगे। चूंकि भारत-नेपाल के बीच रोटी-बेटी का संबंध है, इस वजह से दोनों देशों के लोग बिना रोक-टोक एक देश से दूसरे देश आते-जाते रहते हैं।

सूत्र बताते हैं कि इसी का लाभ उठाकर देश विरोध तत्व व तस्कर अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं। वे मानव तस्करी से लेकर अन्य देश विरोधी कार्य करते हैं। कई बार आतंकी भी पकड़े गए हैं। ऐसी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए ऑपरेशन कवच की शुरुआत की गई है। इस संबंध में एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि सीमावर्ती गांवों में पुलिस आदेश के अनुसार कार्य करेगी।

रोस्टर के तहत गांवों में जाएंगे ये लोग

सीमावर्ती क्षेत्र के चिह्नित गांवों में रोस्टर के तहत संबंधित क्षेत्र के सीओ, एएचटीयू थाने के प्रभारी निरीक्षक, स्थानीय थाना प्रभारी निरीक्षक, हल्का प्रभारी, बीट पुलिस अधिकारी, महिला बीट पुलिस अधिकारी और क्षेत्र की स्थानीय सूचना इकाई के कर्मी जाकर निर्धारित टास्क के अनुरूप कार्य करेंगे।

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सात बिंदुओं पर करेंगे काम

पुलिस टीम गांवों में सूचनाएं एकत्र करेगी। गांव के नवयुवक, युवतियों, छात्र-छात्राओं के साथ बैठक करेगी। शासन की योजनाओं के बारे में बताएगी। महिलाओं के साथ घटित अपराधों पर कार्रवाई की क्या प्रक्रिया है, उसके बारे में बताएगी। क्राइम डाटा का कलेक्शन करेगी। टीम का एक सदस्य थाना क्षेत्र में पिछले दस वर्षों में हुए अपराधों का डाटा तैयार करेगा।

इन वस्तुओं की होती है तस्करी

वैसे सीमा पार से तस्कर क्या-क्या लाते हैं यह बता पाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन सीमावर्ती गांवों के लोगों की मानें तो तस्कर खाद, अनाज, दवा, सोना, चांदी, कपड़ा, मदाक पदार्थ, पेट्रोल-डीजल आदि की तस्करी करते हैं।

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