संवाददाता/ उमेश चंद्र साहू
उत्तर प्रदेश /प्रयागराज
उत्तर प्रदेश प्रयागराज जिले के ब्लॉक कौड़िहार के अंतर्गत पीथीपुर गांव में बंदरों का आतंक बहुत अधिक हो गया है ।आए दिन बंदरों से कोई ना कोई हादसा होता रहता है। कहीं कपड़े लेकर भागना उसके बाद उस कपड़े को चीर फाड़ कर फेंक देना। या जब कोई आदमी समान का थैला लेकर जा रहा होता है तो उसे थैली को झपटकर भागना।
आए दिन कोई ना कोई घटना होती रहती है। हद तो तब हो गई जब एक दिन गोपाल साहू किसी काम से छत पर गए तो बंदरों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया अब गोपाल जी बंदरों से बचने के चक्कर में जल्दबाजी में उतरने के चक्कर में उनका पैर फिसल गया और वह 17 फीट नीचे जमीन पर आ गए। जिससे वह बहुत बुरी तरह घायल हो गए। फिर घर वाले आनन फानन अस्पताल भेज और उन्हें भर्ती कराया तब जाकर वह मौत के मुंह से बाहर निकले।
ग्रामीणों का कहना है की इन बंदरों के आतंक से कैसे छुटकारा मिले। और सारे गांव में बंदरों का आतंक के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं ।अतः ग्रामीणों का कहना है कि सरकार को बंदरों के बारे में सोचना चाहिए और इन बंदरों को दूर ले जाकर जंगल में छोड़ना चाहिए।
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