हर साल की तरह इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया गया
रिपोर्टर राजेश कुमार मौर्य
आप सभी को बता दे कि 17सितंबर 2023 को हर साल की तरह इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया गया विश्वकर्मा पूजा लोगो में खुशियों का माहौल दिखा।
विश्वकर्मा जयंती हर साल 17सितंबर को ही मनाई जाती है इस दिन ही पूर्वकाल के इंजीनियर कहे जाने वाले विश्वकर्मा कहे जाने वाले भगवान की पूजा की जाती है। विश्वकर्मा पूजा विश्वकर्मा जयंती के दिन के रुप में मनाया जाता हैं।
ब्रह्मा के सातवे पुत्र के रुप में विश्वकर्मा भगवान को माना जाता है। विश्वकर्मा भगवान जी को सभी क्षेत्र में सिल्पकारो और वस्तु कारो ने ईस्ट देव कहा है। ये ब्रह्मा के पुत्र हैं और सम्पूर्ण ब्रह्मांड में दिव्यसिल्पकार और सभी के घरों अथवा महलों के निर्माता है।
महाकाव्य रामायण के अनुसार बानर, बन मानव और बंदर नल और नील विश्वकर्मा के पुत्र के रुप में जाने जाते हैं।
विश्वकर्मा समाज अपने उत्तर प्रदेश में जमीदारी प्रथा के समाप्त और भूमि प्रबंधन समिति के गठन के बाद लगभग 8जातियों में बाट दिया गया जिसमें लोहार, कुम्हार, बढ़ई , रजत कार नाई, धोबी, मोची आदि लोग माने जाते हैं। इन्हे भूमि हीन जातियों के लिए चयनित किया गया।