ग्रामीण क्षेत्रों में रात को बिजली कटौती से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त
रिपोर्टर अमित कुमार
कौशांबी: जनपद में लगभग 10 दिन से शाम होते ही ग्रामीण क्षेत्र के फीडरो मे बिजली कटौती शुरू हो जाती है ग्रामीणों का कहना है कि सिंचाई की तो बात छोड़िए इस समय बीमारी से लोग परेशान है डेंगू जैसी बीमारी देहात क्षेत्र में ज्यादा फैली हुई है लेकिन सरकार के आदेशों को बिजली विभाग के आला अधिकारी ठेंगा दिखा रहे। फोन करिए तो फोन नहीं उठाते उठते हैं।
एक उदाहरण के तौर पर मंझनपुर के बालक मऊ पावर हाउस में शाम होते ही कटौती शुरू हो जाती है मैसेज में लिखकर आ जाता है की टेवा से 3 घंटे की रोस्टिंग उसके बाद आधा घंटा लाइट फिर आएगी फिर टेवा से 4 घंटा की कटौती हो जाती है यह नौटंकी करते-करते लोगों का किसी तरह सुबह हो जाती है। मेन सप्लाई टेवा पावर हाउस में कुछ गड़बड़ी होती है तो रात में ही क्यों दिन में लाइट दिया जाता है। इस बात को लेकर के कौशांबी जनपद के सभी ग्रामीण फीडरो में इसी बात रोना है।
इधर कौशांबी जनपद में डेंगू जैसी महामारी फैली हुई है जिसको लेकर ग्रामीणों में दहशत है क्या ग्रामीण बिजली का बिल नहीं जमा करता।
मजे की बात यह है कि किसी विभागीय अधिकारी से बिजली के विषय में अगर कोई बात करता है तो उसको बिल का धौस दिखाकर शांत कर दिया जाता है इस बात को लेकर जिले के ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
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