चाचा भतीजे की लड़ाई में एकपक्षीय कार्रवाई कर रही है कोतवाली पुलिस, बेटों के बीच पक्षपात करके दुश्मनी का बीज बो रहा है एक पिता, पूर्वजो की संपत्ति बंटवारे में एक बहू को 80 प्रतिशत और दूसरी बहु को 20 प्रतिशत हिस्सा दिए जाने की हो रही जन जन के बीच चर्चा।
उत्तर प्रदेश कौशांबी जनपद मुख्यालय मंझनपुर के बाजार के अंदर नेता नगर में केदारनाथ केशरवानी के बेटों के बीच संपत्ति बंटवारे का विवाद कई वर्षों से चल रहा है बावला अदालत की चौखट तक भी पहुंच चुका है समाज के लोगों ने पंचायत कर दोनों के विवाद को निपटने का पूरा प्रयास किया लेकिन उसके बाद भी विवाद नहीं खत्म हुआ कई बार सड़क पर गाली गलौज धक्का मुक्की मारपीट हो चुकी हैं लेकिन कोतवाली पुलिस एक पक्ष का समर्थन कर मामले को शांत करने के बजाय विवाद बढ़ाने के पक्ष में लगी है पूर्वजों द्वारा अर्जित की गई संपत्ति बंटवारे में भी खुलकर पक्षपात हुआ है।
एक बेटे की पत्नी को 80 प्रतिशत संपत्ति दान पत्र के रूप में दे दी गई है जबकि दूसरे बेटे को 20 प्रतिशत संपत्ति बंटवारे में दान पत्र के रूप में देने के बाद उस पर पर भी विवाद खड़ा किया जा रहा है शनिवार को उनके बड़े बेटे का पुत्र अंशुल दुकान पर बैठा था इसी बीच छोटा बेटा सुनील कुमार गाली गलौज करने लगा सुनील के गाली गलौज करने पर उनके भतीजे अंशुल ने मना किया यही नोकझोंक शुरू हो गयी हल्की फुल्की मारपीट भी हुई दोनों पक्षों को हल्की-फुल्की चोट आई हैं इतना ही नहीं खुलेआम लाइसेंसी पिस्तौल निकाल कर जान से मारने की धमकी देने की आदत से अंशुल और उनके परिवार के लोग दहशत के साए में जी रहे हैं सड़क पर बेखौफ तरीके से अपनी बड़ी बहू और पोतों को गाली गलौज कर अपमानित किया जा रहा है कई बार तनाव की स्थिति बन चुकी है केदारनाथ द्वारा बेखौफ तरीके से गाली गलौज करने धमकी देने का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है लेकिन फिर भी गाली गलौज करने वाले व्यक्ति पर पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया है जबकि इस मामले में पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी फरियाद कर चुका है दूसरी बार भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय में क्षेत्राधिकारी से पीड़ित परिवार फरियाद कर चुका है लेकिन थाना पुलिस मुकदमा लिखने को तैयार नहीं है जबकि कई दिन से मुकदमा दर्ज करने के लिए अंशुल की माता किरण देवी थाना पुलिस का चक्कर लगा रही है लेकिन थाना पुलिस ने खबर लिखे जाने तक किरण देवी का मुकदमा नहीं दर्ज किया है मामले को लेकर सोमवार को किरण देवी अपने बेटे के साथ पुलिस अधीक्षक से मिले हैं और उन्हें संपूर्ण प्रकरण की जानकारी दी है लेकिन उसके बाद भी मुकदमा नहीं दर्ज हुआ है उसके बाद गुरुवार को फिर किरण देवी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची है मौके पर पुलिस अधीक्षक नहीं थे तो क्षेत्राधिकारु से फरियाद की है आश्वासन तो जरूर मिला है लेकिन थाना पुलिस ने अभी तक मुकदमा नहीं दर्ज किया है थाना पुलिस के पक्षपात के पीछे क्या कहानी है यह जांच का विषय है।
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