जिलाधिकारी ने सेतु निर्माण के रजिस्ट्री कार्य में लापरवाही पर निर्माण खण्ड-2 के अधिशासी अभियन्ता को लगायी कड़ी फटकार।
संवाददाता करन कुमार विश्वकर्मा
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कैम्प कार्यालय के सभागार में 50 लाख रूपये से अधिक की लागत के कार्यो/परियोजनाओं की समीक्षा की। आई0टी0आई0 कालेज जरियारी रानीगंज के निर्माण कार्यो के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी तो बताया गया कि विद्युत एवं पानी का कार्य बाकी है जो इसी माह के अन्त तक पूर्ण कर लिया जाये। 100 बेडेड संयुक्त चिकित्सालय शिवसत के निर्माण कार्य के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया तीव्र गति से कार्य को पूर्ण कराया जाये। थाना लीलापुर व थाना दिलीपपुर के निर्माण कार्य मे तेजी लाने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आवास विकास के अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया कि जिन परियोजनाओं का निर्माण कार्य इस माह में पूर्ण कर लिया जाये उन्हें हैण्डओवर कर दिया जाये तथा जिन परियोजनाओं का निर्माण कार्य चल रहा है उसमें तेजी लायी जाये। सेतु निर्माण की समीक्षा में पाया गया कि सेतु निर्माण के पहुॅच मार्ग में काश्तकारों के जमीन की रजिस्ट्री कार्य में लोक निर्माण विभाग निर्माण खण्ड-2 द्वारा लगातार कई महीनों से लापरवाही बरती जा रही है जिस पर जिलाधिकारी ने निर्माण खण्ड-2 के अधिशासी अभियन्ता को कड़ी फटकार लगायी और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को निर्देशित किया कि निर्माण खण्ड-2 के अधिशासी अभियन्ता के खिलाफ चार्ज शीट तैयार की जाये। इसके अलावा उन्होने यह भी निर्देशित किया कि सेतु निर्माण के जितने भी रजिस्ट्री के कार्य है उन्हें माह मार्च 2024 तक अवश्य पूर्ण कर लिया जाये। इसके अलावा आपको बता दें कि पर्यटन निर्माण कार्यो के सम्बन्ध में पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया कि जो भी पर्यटन से सम्बन्धित कार्य कराये जा रहे है उसमें तेजी लायी जाये और यह भी निर्देश दिया कि जब तक भूमि की उपलब्धता पूर्ण रूप से सुनिश्चित न हो जाये तब तक सम्बन्धित कार्य का इस्टीमेट न भेज जाये। बैठक में पर्यटन अधिकारी ने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि लिखित में अवगत कराया जाये जिससे सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही की जा सके। किसान कल्याण केन्द्र की समीक्षा में बताया गया कि 03 किसान कल्याण केन्द्र का निर्माण कार्य यूपीआरएनएसएस प्रयागराज द्वारा पूर्ण कर लिया गया जिस पर जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि किसान कल्याण केन्द्र की गुणवत्ता की जांच की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि गौ संरक्षण केन्द्र शासन की महत्वपूर्ण योजना है इसको प्राथमिकता से कराया जाये जिससे गो संरक्षण केन्द्र के निर्माण होने से गोवंशों को उसमें संरक्षित किया जा सके। इसी प्रकार उन्होने डिग्री कालेज, अधिवक्ता शेड, नवीन नगर पंचायत भवन, आवासीय एवं अनावसीय भवनों के निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, निर्माणाधीन सड़कों आदि की समीक्षा की। अन्त में जिलाधिकारी ने समस्त सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारियों व कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया कि जनपद स्तरीय अधिकारी अपने विभाग द्वारा निर्माणाधीन परियोजनाओं/कार्य की प्रगति एवं गुणवत्ता का नियमित अनुश्रवण करना सुनिश्चित करें। निर्माणपरक कार्यो में गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाये। यदि किसी भी स्तर पर गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं पायी जाती है तो सम्बन्धित अधिकारी का उत्तरदायित्व निर्धारित कर उनके विरूद्ध नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी। सभी परियोजनाओं का कार्य शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत गुणवत्ता सहित पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। निर्माणाधीन परियोजनाओं के कार्यो को तेजी से पूर्ण करायें। उन्होने निर्देशित किया कि जिन परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो गया है उन्हें सम्बन्धित विभाग को हैण्डओवर कर दिया जाये। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि यदि किसी विभाग द्वारा शासन से धनराशि प्राप्त होने के बाद यदि धनराशि वापस भेजी जायेगी तो सम्बन्धित अधिकारी के जिम्मेदारी तय की जायेगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार सिंह व सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी व कार्यदायी संस्था के अधिशासी अभियन्ता/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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