एनएच हाईवे 119 पर भूमि अधिकरण को लेकर मुआवजा दिलाये जाने को लेकर मुख्यमंत्री से मिला किसानों का जनप्रतिनिधिमंडल मिला आश्वासन
बहसूमा। नेशनल हाईवे ने किसानों की भूमि अधिग्रहण करने के बाद मुआवजा कम देने पर लगातार चल रहे धरने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते हस्तिनापुर विधायक एवं राज्यमंत्री दिनेश खटीक के नेतृत्व में किसानों का एक जनप्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला किसानों ने मुख्यमंत्री से कहा कि किसानों को सामान्य मुआवजा नहीं मिल पाया है। जिसमें किसानों को आर्थिक हानि हुई है। कुछ ही किसान ऐसे हैं जिनको 270 रुपए मीटर के हिसाब से मुआवजा दिया गया है। लेकिन अधिकतर किसानों को 860 रुपए का मुआवजा दिया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्यमंत्री दिनेश खटीक एवं पूर्व अध्यक्ष विनोद चहल, किसान नेता कपिल चहल, गौरव राजवंशी, सुभाषचंद, लक्की देशवाल, श्रीराम, नरेंद्र सिंह चहल आदि किसान क्षेत्र के ग्राम राजूपुर, मौहम्मदपुर शकिस्त फतेहपुर हसापुर व मोडकला किसानों की लगभग 1,62,000 वर्ग मीटर कृषि भूमि जो एन.एच.-119 के निर्माण गई है। जिसमें राजस्व ग्राम की भूमि का सर्किल दर 27,00000/- रूपये प्रति हैक्टेयर अर्थात 270/- रूपये प्रतिवर्ग मीटर है जो कि बहुत कम है। उक्त राजस्व ग्रामों की कृषि भूमि की निर्धारित सर्किल दर प्रशासन द्वारा लगभग दस साल से रिवाइज्ड नहीं की गयी है। जिसके कारण गरीब किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है। पीड़ित किसानों द्वारा भूमि का उचित मूल्य दिलवाने के लिये जिलाधिकारी मेरठ के न्यायालय में आबिट्रेशन वाद भी दाखिल किया गया है। परन्तु कई वर्ष बीत जाने पर भी अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। किसानों द्वारा आबिट्रेशन वाद को शीघ्र निस्तारित किये जाने एवं ग्राम राजूपुर, मौहम्मदपुर शकिस्त फतेहपुर हसांपुर व मोडकला तहसील मवाना एन.एच.-119 के निर्माण हेतु अर्जित की गयी भूमि के प्रतिकर की धनराशि समानता, भौगोलिक व स्थलीय स्थिति के अनुसार निर्धारित किये है। लेकिन एक वर्ष आठ माह धरने पर बैठे हैं लेकिन कोई भी एनएच हाईवे का अधिकारी उच्च अधिकारियों ने कोई भी संज्ञा नहीं लिया है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसने की समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है वहीं दूसरी ओर कस्बे को प्राचीन नगरी विषम पितामह के नाम विख्यात को महाभारत सर्कल में शामिल करने की भी मांग की। जिसमें मुख्यमंत्री ने जल्द ही कस्बे को भी प्राचीन नगरी का दर्जा दिलाए जाने का आश्वासन दिया है।
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