चौथे स्तंभ को गोली मारकर कायरो ने उतारा मौत के घाट पुलिस जांच में जूटी
उत्तर प्रदेश सीतापुर जनपद लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार दोपहर अज्ञात हमलावरों ने एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या कर दी। महोली कस्बे के रहने वाले राघवेंद्र बाजपेई बाइक से कहीं जा रहे थे, तभी इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में ओवरब्रिज के पास उनकी बाइक को टक्कर मारकर गिरा दिया गया। गिरते ही हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और मौके से फरार हो गए।बता दें कि राघवेंद्र दैनिक जागरण में कार्यरत थे। हाइवे पर पहले उनकी बाइक को टक्कर मारी गई फिर गोली।
फायरिंग की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल पत्रकार को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अब तक हत्या के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
परिजनों ने दी धमकी मिलने की जानकारी मृतक पत्रकार के परिजन जय प्रकाश शुक्ला के अनुसार, राघवेंद्र को 10 दिन पहले किसी अज्ञात व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दी थी। घटना से पहले उन्हें किसी का फोन आया, जिसके बाद वे बाइक से घर से निकले थे। कुछ देर बाद उनकी हत्या की खबर आई पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का दावा कर रही है।
सीतापुर में प्रतिष्ठित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई जी की निर्मम हत्या सभी को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना न केवल पत्रकारिता जगत के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी क्षति है। सच की आवाज उठाने वाले कलम के सिपाही को इस तरह दबाने का प्रयास बेहद निंदनीय है। राघवेंद्र जी अपने कार्य के प्रति निष्ठावान थे और निर्भीक पत्रकारिता के प्रतीक थे। उनकी हत्या लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर एक कायराना हमला है।
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