बता दें कि हिंदू धर्म में आषाढ़ महीने की पूर्णिमा का काफी महत्व है। इस दिन गुरु पूर्णिमा और मां लक्ष्मी और विष्णु जी की पूजा के साथ कोकिला व्रत रखा जाता है। इस साल कोकिला व्रत 2 जुलाई रविवार को रखा जाएगा। शादीशुदा महिलाएं अपने अच्छे दांपत्य जीवन की कामना के लिए और कुंवारी लड़कियां इस व्रत को मनभावन पति पाने के लिए रखती हैं। इस दिन भगवान शिव जैसा पति पाने की कामना महादेव और माता सती से की जाती है।
आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि 2 जुलाई को रात 8 बजकर 21 मिनट से शुरू होगी और 3 जुलाई को शाम 5 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। कोकिला रहेगा। करीब 1 घंटे तक भगवान शिव और माता सती की पूजा के लिए उत्तम मुहूर्त रहेगा।
शादीशुदा महिलाएं अपने अच्छे दांपत्य जीवन की कामना के लिए और कुंवारी लड़कियां इस व्रत को मनभावन पति पाने के लिए रखती हैं। इस दिन भगवान शिव जैसा पति पाने की कामना महादेव और माता सती से की जाती है।
रिपोर्टर – रमेश यादव
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