बढ़ती हुई तेज़ हवा और गंगा नदी के स्तर के कारण गंगा घाट की नाव सेवा प्रभावित हो गई है।
भदोही जिले के आखिरी क्षेत्र में, जहां मां गंगा की धारा तीन तरफ से घिरी हुई है, वहां से एक ख़राब ख़बर सामने आई है। नाव सेवा को प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, और एमपी जाने के लिए बंद कर दिया गया है। पिछले दो दिनों से हवाएँ तेज रफ्तार से चल रही हैं और साथ ही साथ गंगा के जल स्तर में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। इसलिए प्रशासन ने ध्यान रखते हुए गंगा नदी में धनतुलसी घाट पर नाव सेवा को रोक दिया है। इससे कोनिया के नागरिकों को जरूरी सामान और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए अब गंगा पार करना मुश्किल हो गया है।
दूसरी ओर, गंगा का रौद्र रूप भी अब सामने आने लगा है। हरिद्वार बैराज और हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी के कारण प्रयागराज, भदोही, और उसके आसपास के जिलों में अभी सामान्य बारिश हुई है, लेकिन उत्तराखंड और पड़ोसी राज्यों से गंगा और यमुना नदी में आ रहे बाढ़ के पानी से यहां नदियों के जलस्तर में तेजी है। दोनों नदियों में हर घंटे 1.5 सेमी की दर से पानी बढ़ रहा है।
हथिनी कुंड बैराज से 2 लाख क्यूसेक, माताटीला बांध से 1.5 लाख क्यूसेक, और कोटा बैराज से 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद प्रयागराज के साथ-साथ भदोही में नदियों का पानी खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इसे देखते हुए जिले का पूरा सरकारी अमला बाढ़ से निपटने के लिए प्रभावित इलाकों में ध्यान दे रहा है। कोनिया के धनतुलसी में इंटर कॉलेज ग्राउंड में बाढ़ चौकी की स्थापना कर दी गई है, जहां बाढ़ से प्रभावित विस्थापितों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था की जाएगी।
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