मासूम बच्ची की चढ़ी भेट लापरवाह स्वास्थ्य विभाग
संवाददाता विष्णु रावत
एटा – बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पूरी भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस स्लोगन को लेकर चल रही है, पर धरातल पर यह स्लोगन कहीं फिट नजर नहीं आता दिख रहा, इसकी बानगी आज जनपद एटा में मां दुर्गा नर्सिंग होम निजी चिकित्सालय पर देखने को मिली, अशोक नगर निवासी एक व्यक्ति अपनी गर्भवती पत्नी (रिंकी)को लेकर इस अस्पताल पर पहुंचे, अस्पताल संचालक ने ऑपरेशन की बात कह कर उन से ₹20000 जमा करा लिए,बावजूद पैसे जमा होने के अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी कर दी गई।
जिससे कि डिलीवरी के समय प्रसूता और बच्चे दोनों की जान पर बन आयी,नवजात बच्ची लगभग 1 घंटे गर्भाशय में फंसी रही,अंततः बच्ची की डिलीवरी हुई और बच्ची गंभीर हालत में पहुंच गई,परिजन बच्ची को लेकर आगरा चले गए जहां बच्ची की मौत हो गई।
परिजनों से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब हमने ऑपरेशन के लिए पैसे जमा कर दिए थे तब उन्होंने नॉर्मल डिलीवरी क्यों की? जानकारी में आया है कि अस्पताल में कोई भी योग्य या डिग्री धारी डॉक्टर नहीं है डॉक्टर को फोन करके बाहर से बुलाया जाता है,अस्पताल में अयोग्य और कम उम्र की लड़कियां डिलीवरी कर रही है,इस अस्पताल में पहले भी कई मौत हो चुकी है, और यह अस्पताल कई बार सीज भी हो चुका है ,बावजूद इसके बार-बार इस अस्पताल का खुलना सीधा-सीधा यह दर्शाता है की अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से चल रहा है!
ये भी पढ़ें 76वें वार्षिक निरंकारी संत समागम की तैयारियाँ जोरों पर