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शराब की दुकान से आसपास का मैदान बन गया कचरा घर

देशी और अंग्रेजी शराब के दुकान के आसपास की जगह बनी कचरा घर

उत्तर प्रदेश प्रयागराज शंकरगढ़ आबकारी विभाग और पुलिस विभाग की उदासीनता के कारण जहां शराब की दुकानें हैं वहां आसपास रहने वालों का जीवन नर्क सा होते जा रहा है। जहां चाहे वहां लोग बैठकर शराब पी रहे हैं और प्लास्टिक पाउच का प्रदूषण फैला रहे हैं। ये विडंबना ही है शराब दुकान से आसपास का मैदान बन गया कचरा घर शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में संचालित शराब की दुकान के आसपास का मैदान कचरा घर बन गया है। यहां प्रतिदिन नशेड़ी खुलेआम शराब पीकर हुड़दंग करते नजर आते हैं जिस पर रोक लगाने वाला या कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है मामले में संबंधित आबकारी व पुलिस विभाग उदासीन बना हुआ है। इससे आसपास क्षेत्र का माहौल अशांत होता जा रहा है ज्ञात हो कि शंकरगढ़ क्षेत्र के 5 नंबर बघला रोड में अंग्रेजी व देशी शराब की दुकान अगल बगल ही संचालित हो रही है। यहां शराब लेने के बाद शराबी दुकान के बाहर ही शराब पीते रहते हैं। पीने के बाद वे गाली-गलौच के साथ गंदी हरकतें करते हैं। जहां देखो वहां नजर आता है कांच की बोतल,और पाउच शराबी अपने साथ पानी पाउच, डिस्पोजल व अन्य खाद्य सामग्री लेकर आते हैं और दुकान के बाहर मैदान में ही बैठकर पीते हैैं। जहां बैठकर पीते हैं वहीं लोग बोतल, प्लॉस्टिक डिस्पोजल सहित अन्य कचरा मैदान में फैला कर चलते बनते हैं। इससे मैदान के साथ आसपास का इलाका कचरे से पट रहा है। मामले में आबकारी विभाग से कार्रवाई नहीं होने के कारण शराबियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।

आसपास की महिलाओं के लिए शराब की दुकान बनी मुसीबत लोग दुकान के पास शराब पीने के बाद गाली-गलौच के साथ हुड़दंग करते दिखते हैं। वहीं पास के प्लाट खेत में महिला मजदूर कार्य में लगे हुए होते हैं शराबियों की इन हरकतों से आसपास के लोग परेशान हैं। शराब पीने के बाद खाली बोतल, डिस्पोजल, झिल्लियां खेत में फेंक देते हैं जिससे उन्हें सफाई करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। इस माहौल से खासकर महिलाओं को अधिक परेशानी हो रही है।

टूटी कांच की बोतलों से हर पल खतरा बना रहता है। शराबी पीने के बाद खाली बोतलों को सामने के प्लाट खेत में फोड़ कर फेंक दे रहे हैं। आसपास के लोग इससे खासे परेशान है। टूटे कांच के टुकड़ों से मजदूरों को चोट लगने का खतरा बना हुआ है।

महिलाओं व बच्चों ने काम के दौरान थोड़ी भी असावधानी की तो हाथ-पैरों के कटने का खतरा बना रहता है। कचरा एक जगह हो इसके लिए नहीं की व्यवस्था ज्ञात रहे कि जब दुकान संचालित किया जा रहा है, तो आबकारी विभाग की जिम्मेदारी बनती है कि सफाई की व्यवस्था भी खुद करे। कचरा लोग एक जगह डाले इसके लिए कचरा पेटी रखे। पर यहां पूरी लापरवाही आबकारी विभाग की दिख रही है।

अधिकारियों की उदासीनता से शराबियों की हरकतें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। खुलेआम कचरा फैला रहे हैं जब अन्य दुकानदारों पर कचरा फैलाने पर कार्रवाई की जाती है तो शराब दुकान के मामले में भी वही कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे पीने वालों को सबक मिले।खुलेआम शराब पीने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आस पास की महिलाओं ने पुलिस विभाग एवं तहसीलदार को कई बार आवेदन कर चुकी हैं। प्रारंभ में कार्रवाई की गई, लेकिन बाद में इस ओर संबंधित लोग कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं इस कारण शराबियों की हरकतें बढ़ती जा रही है।

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