फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी
उत्तर प्रदेश जनपद प्रयागराज के विधानसभा फूलपुर के उप चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान भले ही नहीं हुआ है लेकिन सभी राजनीतिक दलों में जोर अजमाइश शुरू कर दी है। दोनों नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के साथ ही उनकी जिम्मेदारी तय की है। यह उप चुनाव भाजपा और सपा दोनों के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। विधानसभा आम चुनाव में फूलपुर सीट से भाजपा के प्रवीण सिंह पटेल ने मामूली अंतर से जीत हासिल की थी। बीते लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रवीण सिंह पटेल को ही प्रत्याशी बनाया था। फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रवीण को करारी हार का सामना करना पड़ा और वह सपा प्रत्याशी से भारी अंतर से पीछे रहे। लेकिन लोकसभा चुनाव में प्रवीण सिंह की ही विजय हुई लेकिन उनके ही विधानसभा में उन पर भरोसा नहीं किया जहां से वह तीन बार से विधायक थे अब विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा और सपा की आमने-सामने टक्कर की संभावना है हालांकि बसपा ने शिवबरन सरोज को प्रत्याशी बनाया है।
भाजपा के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री इंद्रजीत सरोज आमने-सामने होंगे आम विधानसभा चुनाव में भी इंद्र जीत सरोज ने कौशांबी की कमान अपने हाथ में ली थी और तीनों सीटें सपा की झोली में डाल दी थी, जबकि केशव प्रसाद मौर्य खुद तो हारे ही तीनों सीटें भाजपा से छिन्न गई। लोकसभा चुनाव में भी केशव मौर्य के गढ़ कहे जाने वाले उनके गृह जनपद कौशांबी में केशव मौर्य को शिकस्त मिली थी।
फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में फिर दोनों नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है सपा ने इंद्रजीत सरोज और भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य को फूलपुर सीट जीतने की जिम्मेदारी दी है। बीते दिनों दोनों नेताओं ने अलग-अलग स्थान पर बैठक करके कार्यकर्ताओं में जोश भरने का कार्य किया।
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